यूजीसी की ओर से गत २१ अगस्त को जारी की गई अधिसूचना में लगभग २ साल बाद संस्थानों के कैंटीनों में जंक फूड बिक्री बंद के लिए क्या-क्या उपाय किए गए हैं इसक ी रिपोर्ट मांगी गई थी। विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को संबोधित करते हुए पूछा गया था कि जंक फूड बिक्री बंद करने के लिए क्या-क्या कदम उठाए गए हैं? इसके साथ ही युवा पीढ़ी के जागरूक करने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं।
कोल्ड ड्रिंक, नूडल, बर्गर, पिज्जा, सैंडविच, चिप्स, नमकीन, मंचूरियन, समोसा, पकोड़ा, केक, चॉकलेट, सहित कई ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जो जंक फूड की श्रेणी में आते हैं। इनमें से किसी भी प्रकार के पौष्टिक तत्व नहीं है जिससे शरीर को कुछ लाभ मिले।
– कलकत्ता विश्वविद्यालय। ————————– विद्यार्थियों को भूख लगेगी तो वो कहां जाएंगे। हम कैंटीन से खरीदकर खाते हैं। वेज रोल, बर्गर जैसे व्यंजन खाने में सुविधा होती है। परिसर में भोजन नहीं मिलेगा ऐसा तो कभी सुना ही नहीं। यहां कई कैंटीन है व सभी छात्र खाते हैं।
– जादवपुर विश्वविद्यालय।