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कोलकाता

कोलकाता में 39 डिग्री, उमस-गर्मी ने किया बेहाल

मौसम की मार—-कूचबिहार, मुर्शिदाबाद, नदिया में तूफान और बारिश की आशंका—-इस बार अल-नीनो के असर से बंगाल में कम होगी बारिश—एक नहीं 3 वेस्टर्न डिस्टर्बेंस ने बदला मौसम का मिजाज

कोलकाताMay 17, 2019 / 09:51 pm

Shishir Sharan Rahi

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कोलकाता में 39 डिग्री, उमस-गर्मी ने किया बेहाल

कोलकाता. महानगर में शुक्रवार को उमस-तेज गर्मी से लोग बेहाल रहे। अलीपुर मौसम विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट में कोलकाता सहित प्रदेश के अन्य स्थानों में अगले २४ घंटों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने और हल्की से मध्यम बारिश का अंदेशा सहित बंगाल, सिक्किम, झारखंड और असम में थंडरस्टॉर्म की आशंका जताई गई है। कोलकाता में शुक्रवार को अधिकतम तापमान ३९ और न्यूनतम 24.7 डिग्री सेल्सियस रहा सामान्य से 2 डिग्री अधिक। अधिकतम सापेक्ष आर्द्रता 91 रही। महानगर में शुक्रवार सुबह १० बजे पारा 37 डिग्री पर रहा, जो 12 बजे ३९, शाम 3 बजे गिरकर ३७, ५ बजे ३६, रात ८ बजे 32, ९ से 10 बजे ३० और देर रात 12 बजे २९ डिग्री सेल्यिस पर लुढक़ा। उधर मौसम पूर्वानुमान बताने वाली एजेंसी स्काईमेट ने शुक्रवार को जारी रिपोर्ट में कहा कि इस बार अलनीनो के असर से बंगाल, बिहार, झारखंड आदि प्रदेशों में कम बारिश होगी। कुछ दिनों पहले ही हल्की बारिश हुई थी, पर उसके बाद फिर महानगर में हवा में आर्दता की मात्रा अधिक होने से उमस के साथ गर्मी ने असर दिखाना शुरू कर दिया। मौसम विभाग ने बंगाल के 3 जिलों कूचबिहार, मुर्शिदाबाद, नदिया में तूफान और बारिश की आशंका जताई है। पूरे उत्तर भारत में पिछले कई दिनों से मौसम में बदलाव के पीछे वेस्टर्न डिस्टर्बेंस है, जो पूर्वी ईरान-पाकिस्तान के रास्ते उत्तर पश्चिमी भारत में प्रवेश कर रहा है। इस वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के चलते दिल्ली-एनसीआर नहीं, बल्कि पूरे उत्तर भारत के मौसम में बदलाव हो रहा है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, मौसम के मिजाज में बदलाव की वजह वेस्टर्न डिस्टर्बेंस है वह भी एक नहीं बल्कि 3 वेस्टर्न डिस्टर्बेंस ने उत्तर पश्चिम भारत में अपना असर इस कदर दिखाया कि पहाड़ से लेकर मैदान तक इसका प्रभाव पड़ा।
—-देर से आएगा मानसून
इस बार जुलाई से सितंबर तक दिल्ली में अच्छी बारिश होगी, पर मानसून देर से पहुंचेगा। दिल्ली पहुंचते-पहुंचते अलनीनो का असर खत्म हो जाएगा। दिल्ली में 3-4 दिन देरी से पहुंचेगा मानसून जबकि आमतौर पर 28-29 जून को पहुंचता है। अलनीनो के असर से बंगाल में कम बारिश होगी। स्काइमेट के महेश पलावत ने कहा कि मॉनसून सामान्य से 3 से 4 दिन लेट हो सकता है। खतरनाक माने जाने वाले अल-नीनो को हिंद महासागर में बनने वाली एक खास परिस्थिति बेअसर कर सकती है, जिससे इस साल जून से सितंबर के मॉनसून सीजन में देश में अच्छी बारिश होगी। यह दावा मौसम विज्ञानियों ने किया है। हिंद महासागर के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों में तापमान में अंतर को इंडियन ओशन डायपोल (आईओडी) कहा जाता है। आने वाले महीनों में महासागर का पश्चिमी क्षेत्र सामान्य से अधिक गर्म रहने वाला है, जिसे मौसम विज्ञानी पॉजिटिव आईओडी कहते हैं। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के प्रमुख डीएसपाई ने बताया कि पॉजिटिव आईओडी, अल-नीनो को बेअसर कर देगा। वेदर एजेंसी स्काईमेट ने मॉनसून सीजन में सामान्य से कम बारिश की आशंका जताई है।

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