परिवारिक सूत्रों के मुताबिक रोजाना की तरह बुधवार को मनोज खंडेलवाल दुकान जाने के लिए घर से निकले। शाम को फोन पर उनसे बात भी हुई थी। रात में घर लौटने में देरी होने पर घरवालों ने उन्हें फोन किया , लेकिन उनका मोबाइल स्विच ऑफ था। परिजनों ने सोचा कि शायद बैटरी डाउन होने से उनका मोबाइल फोन बंद हो गया है। देर रात तक घर नहीं लौटने और मोबाइल फोन बंद होने से परिवार के लोग चिंतित हो गए। मित्र-संबंधियों को फोन कर मनोज की खोज खबर ली गई लेकिन उनका कहीं पता नहीं चला। देर रात परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने खोजबीन शुरू कर दी। पुलिस सूत्रों से जानकारी मिली कि गुरुवार तडक़े करीब 4:30 बजे बर्दवान जिले के सालानपुर में सडक़ किनारे एक कार खड़ी है। स्थानीय पुलिस को संदेह हुआ कि इतनी सुबह कार सडक़ किनारे क्यों खड़ी हुई है? उस कार में एक व्यक्ति को बेहोशी की हालत में पाया गया। पुलिस ने गाड़ी में बैठे लोगों से पूछताछ की। संदेह के आधार पुलिस ने सभी ४ जने को गिरफ्तार कर लिया। व्यवसायी को अस्पताल में भर्ती कराया गया। होश आने पर उक्त व्यक्ति ने पुलिस को बताया कि बुधवार रात वह दुकान बंद कर घर लौट रहा था। गिरीश पार्क इलाके में अज्ञात लोगों ने उसका अपहरण कर लिया। इसके बाद उन्हें कहां ले जाया गया, उन्हें कुछ भी पता नहीं है।