कोलकाता. डागा धर्मशाला में हाल ही में मध्य कोलकाता माहेश्वरी युवा संगठन (लेडीज विंग) की ओर से आयोजित गणगौर उत्सव-2018 (केवल महिला के लिए) पारंपरिक और उत्साह पूर्ण माहौल में संपन्न हुआ। टीम एमकेएमवाईएस लेडीज विंग गणगौर उत्सव का कार्यक्रम विगत 4 वर्षों से करती आ रही है। महिलाओं और किशोरियों ने कार्यक्रम में जोश और उत्साह से भाग लिया। 425 से अधिक लोगों ने इसमें हिस्सा लिया। कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्वलन ओर महेश वंदना के साथ हुई। एलईडी स्क्रीन पर महेश वंदना लिखित रूप में दिखने पर सभी ने एक सुर में भगवान महेश की वंदना की। वृहत्तर कोलकाता प्रादेशिक माहेश्वरी महिला संगठन की अध्यक्षा निर्मला मल, मध्य कोलकाता माहेश्वरी महिला संगठन की अध्यक्षा सुशीला बागड़ी, मंत्राणी पुष्पा जी मूंधड़ा, स्थानीय पार्षद मीनादेवी पुरोहित व सुनीता झंवर ने भगवान महेश (शिव परिवार) की प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन किया। इस मौके पर आंचलिक और प्रादेशिक महिला संगठन की ओर से भी कई बड़े पदाधिकारी मौजूद रहे। साइनिंग स्टार -2015 गायन प्रतियोगिता में कोलकाता से विजेता रही नेहा सोमाणी ने भी कार्यक्रम में भाग लिया।
कार्यक्रम में नृत्य, गीत, गेम्स, घुमर और नृत्य-नाटिका का जबरदस्त मिश्रण रहा। कार्यक्रम का थीम राजस्थानी 12 महीनों के त्यौहारो का था। जिसमें नवसम्वत, सावन, दीपावाली, होली, गणगौर आदि सभी त्यौहारों पर समाज और संगठन की महिला सदस्यों द्वारा प्रस्तुति दी गई। हिंदी महीनों ओर 12 महीनों के त्यौहारों की जानकारी के साथ-साथ गणगौर माताजी की गाथा को नृत्य-नाटिका से सभी के सामने पेश किया गया। महिला विंग की सदस्याएं राजस्थानी पहनावे (चुनड़ी साड़ी, बोरिया-लड़ी) में माँ गवरजा का रूप लग रही थी। कार्यक्रम को सजाने में पूरी महिला टीम का योगदान रहा। उन्होंने पूरी मेहनत और लगन से इस कार्यक्रम को नया आयाम दिया। माँ गवरजा के बनोले में 101 गवरजा माता का आगमन हुआ। गणगौर माता की खोल मैना देवी जगदीश प्रसाद झंवर (नापासर) की तरफ से और प्रत्येक पार्टिसिपेंट को गिफ्ट श्री कृष्णा ज्वेल्स (काकुडग़ाछी) के सौजन्य से दिया गया। कार्यक्रम का समापन ओपन घुमर के साथ हुआ। जिसमें उपस्थित लगभग सभी ने घुमर का आनंद लिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में अध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष, बजरंग मुंधड़ा, रमेश राठी गौरी शंकर भुतड़ा आदि सहित विशेष रूप से सक्रिय हैं।
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