LIVER-TRANSPLANT: अब लीवर ट्रांसप्लांट के लिए बंगाल के मरीजों को नहीं जाना पड़ेगा प्रदेश से बाहर
मेडिका और टॉम चेरियन का एसएएलआई मिलकर बनाएंगे लीवर डिजीज सेंटर
LIVER-TRANSPLANT: अब लीवर ट्रांसप्लांट के लिए बंगाल के मरीजों को नहीं जाना पड़ेगा प्रदेश से बाहर
कोलकाता. अब लीवर ट्रांसप्लांट के लिए बंगाल के मरीजों को हैदराबाद, चेन्नई, मुंबई, बेंगलुरू आदि शहरों में नहीं जाना पड़ेगा। मेडिका सुपरस्पेश्यिलिटी हॉस्पिटल और मशहूर लीवर ट्रांसप्लांट सर्जन-सह-साउथ एशियन लीवर इंस्टीच्यूट (एसएएलआई) के संस्थापक डॉ. टॉम चेरियन का एसएएलआई अब मिलकर बनाएंगे लीवर डिजीज सेंटर। इस संबंध में गुरुवार को एक होटल में मेडिका ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के चेयरमैन डॉ. आलोक राय और डॉ. चेरियन के सान्निध्य में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में यह घोषणा की गई। कोलकाता स्थित मुख्यालय वाले मेडिका हॉस्पिटल ने टॉम चेरियन की ओर से स्थापित एसएएलआई के सहयोग से मेडिका सेंटर फॉर लीवर डिजीज की शुरूआत की है। डॉ. आलोक राय ने कहा कि इससे न केवल कोलकाता और बंगाल बल्कि समूचे पूर्वी भारत के लिए यह मील का पत्थर साबित होगा। एसएएलआई का एकमात्र मकसद पूर्वी भारत में लीवर ट्रांसप्लांट और लीवर संबंधी रोगों का बेहतरीन और विश्व स्तरीय इलाज उपलब्ध कराना है। मेडिका पूर्वी भारत के उन चंद अस्पतालों में है जहां ट्रांसप्लांट सहित लीवर संबंधी जटिल रोगों के बेहतरीन इलाज की सुविधा है। मेडिका के गैस्ट्रोएंटोलॉजी के निदेशक डॉ. प्रदीप्ता कुमार सेठी के नेतृत्व में लीवर संबंधी रोगों का इलाज किया जाता है। चेरियन भारत के सबसे बड़े अस्पताल समूहों में से एक में एचबीपी सर्जरी, लीवर ट्रांसप्लांट के राष्ट्रीय निदेशक थे। फिलहाल वे हैदराबाद के निजाम इंस्टीच्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (निम्स) में बतौर ट्रांसप्लांट सर्जरी के प्रोफेसर के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने ही लीवर ट्रांसप्लांट शुरू किया। भारत लौटने से पहले ब्रिटेन में े४०० से ज्यादा और भारत में २५० सफल लीवर ट्रांसप्लांट वे कर चुके हैं। उन्होंने अबतक 5 साल में जितने भी लीवर ट्रांसप्लांट किए हैं उनमें ९० फीसदी से ज्यादा मरीजों को जीवनदान मिला। इसके अलावा उन्होंने 50 लीवर कैंसर सर्जरी भी की, जिसमें मृत्यु दर नगण्य थी।
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