जैन संत नम्रमुनि सहित 38 जैन संत-साध्वी का मंगल प्रवेश
स्वागत में निकली शोभायात्रा
जैन संत नम्रमुनि सहित 38 जैन संत-साध्वी का मंगल प्रवेश
कोलकाता. जैन मुनि राष्ट्रसंत नम्रमुनि और 38 जैन संत-साध्वी का शुक्रवार सुबह मंगल प्रवेश हुआ। गुजरात के राजकोट से मुम्बई, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, झारखंड की 2700 किलोमीटर लंबी यात्रा संपन्न कर मंगल प्रवेश हुआ। कोलकाता जैन श्वेताम्बर स्थानकवासी संघ, कोलकाता स्थानकवासी जैन संघों के सहयोग से हावड़ा ब्रिज से शोभायात्रा का आयोजन किया गया। मंगल कलश धारण किए पारंपरिक वस्त्रों से सुसज्जित नृत्य, लुक एंड लर्न जैन ज्ञान धाम के बच्चे, अर्हम युवा सेवा ग्रुप के युवा, संघ के पदाधिकारियों ने इसमें भाग लिया। शोभायात्रा बड़ाबाजार के नवलखा स्थानकवासी जैनसंघ के प्रांगण में पहुंचते ही स्वागत किया गया। महानगर के समस्त स्थानकवासी जैनसंघ अंतर्गत टालीगंज संघ, बड़ाबाजार संघ, हावड़ा संघ, लिलुआ संघ, कमानी जैन भवन संघ, पारसनाथ संघ के पदाधिकारियों ने वंदन किया। नवलखा उपाश्राय में बड़ी संख्या में उपस्थित भाविकजन को संबोधित करते हुए मुनि ने कहा कि संतो के आगमन पर 2 संभावनाओं का सृजन होता है। जन्मों से जिन्होंने संयम साधना की हो, वही जीव को इस पंचम काल में संयम ग्रहण करने की तड़प होती है। जिनके दर्शन मात्र से जन्मोजन्म से संस्कार जागृत हो वे ही वास्तव में संत होते हैं। इस अवसर पर कोलकाता की बेटी, साध्वी रिजुता महासती ने उनके संयम जीवन के अनुभवों का परिचय कराते हुए प्रवचन देकर प्रेरित किया। बड़ाबाजार संघ के अध्यक्ष रमणिक भाई खारा, हर्षद भाई सेठ ने भाव अभिव्यक्त की और शर्मिला दीदी ने स्वागत अभिवादन किया।
Home / Kolkata / जैन संत नम्रमुनि सहित 38 जैन संत-साध्वी का मंगल प्रवेश