BJP भाई फोटा के दिन ex Kolkata Mayor Shobhan Chatterjee के chief minister Mamta banerjee के घर गए तो भाजपा ने इसे सामाजिक और व्यक्तिगत करार दिया था। लेकिन गत शुक्रवार को राज्य सरकार ने जब शोभन चटर्जी को फिर से वाई प्लस सुरक्षा वापस दे दिया। इसके बाद West Bengal state president Dilip Ghosh भी उन्हें आया राम गया राम समझने लगी है।
कोलकाता•Nov 02, 2019 / 05:02 pm•
Manoj Singh
प्रदेश भाजपा ने इस नेता को बताया रास्ते में पड़ा एक रुपया, जानिए क्या है वजह
दिलीप घोश ने क्यों कहा एक रुपए दान करने की बात
कोलकताता
जब से तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी से नाराज हो कर भाजपा में शामिल हुए कोलकाता के पूर्व मेयर और विधायक शोभन चटर्जी अभी भी भाजपा छोडऩे की घोषणा नहीं की है। फिर भी उनके भाजपा छोड़ कर अपनी घर वापसी करने की अटकले तेज हो गई है। प्रदेश भाजपा ने भी यह कह दिया कि शोभन चटर्जी भाजपा छोड़ कर भी जाते है तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
शोभन चटर्जी की महिला मित्र प्रो. वैशाखी बंद्योपाध्याय के राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी से उनके घर पर मिलने के बाद से पूर्व कोलकाता मेयर की घर वापसी की अटकले तेज हो गई थी। इसके बाद भाई फोटा के दिन शोभन चटर्जी के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के घर गए तो भाजपा ने इसे सामाजिक और व्यक्तिगत करार दिया था। लेकिन गत शुक्रवार को राज्य सरकार ने जब शोभन चटर्जी को फिर से वाई प्लस सुरक्षा वापस कर दिया। इसके बाद प्रदेश भाजपा भी उन्हें आया राम गया राम समझने लगी है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष कहते है कि भाजपा ने शामिल होने के बाद से शोभन चटर्जी पार्टी में सक्रिय नहीं थे और न ही उन्हें कोई जिम्मेदारी दी गई थी। वे पार्टी के किसी कार्यक्रम में हिस्सा भी नहीं लिए। यहां तक कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के आने पर उन्होंने खुद शोभन चटर्जी को फोन किया था, लेकिन वे फोन नहीं उठाए। इस लिए उनके पार्टी छोडऩे से भाजपा को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। पार्टी अपने संगठन के बल पर आगे बढ़ती रहेगी।
वे इस दिन प्रदेश भाजपा कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे। इस मौके पर उनके साथ प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष जयप्रकाश मजुमदार और उपाध्यक्ष शिशिर बाजोरिया भी उपस्थित थे। इस दौरान एक सवाल के जवाब में उन्होंने शोभन चटर्जी को रास्ते में गिरा पड़ा पैसा करार दिया। उन्होंने कहा कि हम लोगों ने शोभन चटर्जी सिर्फ स्वीकार किया है। उन्हें खोने या पाने का कोई दु:ख या खुशी नहीं है। रास्ते में एक रुपया गिरा था, जिसे हम उठा कर उसे दान कर दिया।
घोष ने कहा कि शोभन चटर्जी भाजपा मेंं यह देखने आए थे कि वे इसमें रह पाएंगे या नहीं। वे आ कर सब देख लिया। अब वे भाजपा में रहेंगे या नहीं यह उनको फैसला करना है। राजनीति में लोग आते-जाते रहते हैं। तृणमूल कांग्रेस से 9 विधायक भाजपा में आए। इनमें से कुछ चले गए, जिनकी अपनी मजबूरी रही। अपने दोनों तरफ बैठे जयप्रकाश मजुमदार और शिशिर बाजोरिया की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि जो लोग रह गए वे पार्टी को नेतृत्व दे रहे हैं।