‘सीधी बात’ के दूसरे सत्र के सवाल-जवाब में राहुल सिन्हा ने कहा कि 23 मई को बंगाल की जनता की ओर से ममता को बहुत बड़ा थप्पड़ मिलेगा। खुद की जीत का दावा करते हुए राहुल ने कहा कि प्रदेश में भाजपा की बढ़ती लोकप्रियता से ममता की मानसिक हालत खराब हो गई है और वह अनाप-शनाप अमर्यादित भाषा का प्रयोग प्रधानमंत्री के लिए कर रही। उन्होंने कहा कि आज बंगाल के सभी लोग टीएमसी की तानाशाही से त्रस्त हैं। खुद उनसे सीपीएम और कांग्रेस के कई कार्यकर्ता मिले हैं जो भाजपा को समर्थन दे बंगाल को मुक्त कराना चाहते। उन्होंने कहा कि उन्हें हिन्दी भाषियों का अपार समर्थन प्राप्त है। साथ ही राहुल ने कहा कि मुस्लिम समाज के करीब 100 युवाओं ने गत दिनों राजाबाजार में उनकी सभा के दौरान भाजपा का झंडा थामा। राहुल ने दावा किया कि इस बार बंगाल से घासफूल का खात्मा होगा और कमल फूल किलेगा प्रदेश में। जब जनता तय कर लेती है तो टीएमसी जैसे बड़े-बड़े तानाशाही संगठनों का अस्तित्व ही समाप्त हो जाता है। उन्होंने प्रदेश में 42 में 32 सीटें भाजपा के खाते में आने का दावा कर कहा कि जनता गरीबों का पेसा हजम करने वाले रोजवैली कांत के आरोपी को हरगिज वोट नहीं देने का फैसला किया है। इस आयोजन का मसकद चुनाव के समय समाज के मतदाताओं की राजनीतिक चेतना और खासकर हिन्दी भाषा-भाषी क्षेत्रों में अधिकतम मतदान और उम्मीदवारों के बारे में विस्तृत जानकारी सहित उनकी विचारधारा से आम नागरिकों को अवगत कराना था।
संचालन नंदलाल सिंघानिया ने किया। अखिल भारतवर्षीय मारवाड़ी सम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सर्राफ, राष्ट्रीय महामंत्री श्रीगोपाल झुनझुनवाला, राजनीतिक चेतना समिति के चेयरमैन नंदलाल सिंघानिया, पश्चिम बंग प्रादेशिक मारवाड़ी सम्मेलन अध्यक्ष नंदकिशोर अग्रवाल मंचासीन थे। आयोजन को सफल बनाने में अरूण मल्लावत, कैलाशपति तोदी सहित भाजपा महिला मोर्चा सांस्कृतिक-धार्मिक सेल अध्यक्ष कुसुम मोदी, नॉर्थ ऑबजर्वर नीलिमा सिन्हा, संगीता चौधरी, बबिता जैन, मंजू शर्मा, पूर्णिमा कोठारी और मंजू जायसवाल आदि सक्रिय रहे।