प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष के निजी सहायक की ओर से इशारों ही इशारों में खुद के खिलाफ तीखा वार किए जाने के बाद पार्टी के भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने शनिवार को बंगाल भाजपा के अध्यक्ष के बदलने की संभावनाओंं को खारिज कर दिया।
कोलकाता•Nov 01, 2020 / 12:04 am•
Manoj Singh
West Bengal BJP: नहीं बदले जाएंगे बंगाल के प्रदेश भाजपा अध्यक्ष – विजयवर्गीय
दिलीप घोष की अध्यक्षता में पार्टी लड़ेगी अगला विधानसभा चुनाव
कोलकाता
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष के निजी सहायक की ओर से इशारों ही इशारों में खुद के खिलाफ तीखा वार किए जाने के बाद पार्टी के भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने शनिवार को बंगाल भाजपा के अध्यक्ष के बदलने की संभावनाओंं को खारिज कर दिया। मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट को खारिज करते हुए उन्होंने इस दिन कहा कि बंगाल प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के परिवर्तन करने की कोई गुंजाइश नहीं है। पार्टी अगले साल पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनावों दिलीप घोष की अध्यक्षता में लड़ेगी।
उल्लेखनीय है कि कि कुछ मीडिया ने दिलीप घोष को विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाया जाने की खबर प्रकाशित की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भाजपा के केन्द्रीय नेतृत्व प्रदेश भाजपा में अंदरूनी कलह से खुश नहीं है। आने वाले बंगाल विधानसभा चुनाव में पार्टी के अंदरूनी कलह का पार्टी पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। इस लिए वह चुनाव से पहले दिलीप घोष को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाना चाहता है।
इस तरह के मीडिया रिपोर्ट के बारे में पूछे जाने पर विजयगंजिया ने कहा कि दिलीप घोष के अध्यक्ष पद से हटाए जाने की रिपोर्ट न केवल निराधार है, बल्कि भ्रामक और राजनीतिक रूप से प्रेरित भी है। वे स्पष्ट रूप से कहना चाहते हैं कि पश्चिम बंगाल भाजपा दिलीप घोष की अध्यक्षता में विधानसभा चुनाव लड़ेगी।
दिलीप घोष के करीबी माने जाने वाले पश्चिम बंगाल प्रदेश भाजपा के महासचिव सायंतन बसु ने कहा कि दिलीप दा को अपना पहला कार्यकाल पूरा करने के बाद इस साल जनवरी में तीन साल के लिए फिर से प्रदेश अध्यक्ष चुना गया। उनके हटाए जाने का कोई सवाल ही नहीं है।
भाजपा का हूं “वफादार सिपाही”
उन्हें प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बारे में पूछे जाने पर दिलीप घोष ने कहा कि वे भाजपा के “वफादार सिपाही” हैं और वे ऐसी किसी भी ऐसी रिपोर्ट के बारे में नहीं जानते हैं। पार्टी की राज्य इकाई की ओर से हाल ही में एक बड़े संगठनात्मक परिवर्तन के देखे जाने के बाद अटकलों को गति मिली। प्रदेश युवा मोर्चा के अध्यक्ष सौमित्र खान और घोष के बीच मतभेदों को सुलझाने के लिए कहे जाने के एक दिन बाद ही प्रदेश भाजपा के सांगठनिक महासचिव सुब्रत चटर्जी को हटाया गया था, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के काफी करीबी माने जाते हैं।