कोलकाता

पार्टी बनाने की योजना नहीं-मुकुल

राज्यसभा सांसद पद से इस्तीफा देने और तृणमूल कांग्रेस छोडऩे के एक दिन बाद मुकुल राय गुरुवार को चुनाव आयोग कार्यालय गए

कोलकाताOct 13, 2017 / 12:33 am

शंकर शर्मा

कोलकाता. राज्यसभा सांसद पद से इस्तीफा देने और तृणमूल कांग्रेस छोडऩे के एक दिन बाद मुकुल राय गुरुवार को चुनाव आयोग कार्यालय गए। हालांकि उन्होंने एक बार फिर नई पार्टी बनाने की संभावनाओं को खारिज कर दिया। उन्होंने भाजपा में शामिल होने के सवाल पर भी चुप्पी बरकरार रखी।

मुकुल राय ने कहा कि नई पार्टी बनाने की उनकी कोई योजना नहीं है। वे चुनाव आयोग कार्यालय में नई पार्टी का पंजीकरण कराने के लिए नहीं गए थे, बल्कि वे पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा उपचुनाव के बारे में बातचीत करने गए थे। राय ने नई दिल्ली में कहा कि नवंबर में बंगाल की दो विधानसभा सीट पर उपचुनाव होने वाला है। इसके म²ेनजर उन्होंने चुनाव आयोग से शान्ति और निष्पक्ष चुनाव कराने का आग्रह किया।

उन्होंने आयोग को इस संबंध में अपना सुझाव भी दिया। उनके भाजपा में शामिल होने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि इस मु²े पर वे कुछ भी नहीं कहेंगे। उन्होंने कहा कि वे कोई नई पार्टी गठन करने नहीं जा रहे हैं। मुकुल राय के भाजपा के अलावा कांग्रेस में भी शामिल होने के कयास लगाए जा रहे हैं, लेकिन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सोमेन मित्रा ने इस संभावना से इनकार कर दिया। मित्रा ने कहा कि अगर राय कांग्रेस में शामिल होने की इच्छा रखते तो वे खड़ा हो कर वे भाजपा के खिलाफ बयान देते सुने जाते, लेकिन हुआ इसका उल्टा। राय ने भाजपा को धर्मनिरपेक्ष पार्टी का प्रमाण पत्र दिया।

नारदा-सारधा कांड में मुकुल लिप्त-कुणाल
सारधा घोटाले के आरोपी कुणाल घोष ने गुरुवार को मुकुल राय के तार नारदा, सारधा और अलकेमिस्ट चिटफंड घोटाले से जुड़े होने का दावा किया और सीबीआई व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से इसकी जांच कराने की मांग की। उन्होंने राय को इस मु²े पर एक साथ संवाददाता सम्मेलन करने की चुनौती भी दी।

दूसरी ओर मुकुल राय ने घोष के आरोप को खारिज कर दिया। पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के कार्यालय पहुंचे घोष ने गुरुवार को कहा कि नारदा, सारधा और अलकेमिस्ट चिटफंड घोटाले से मुकुल राय के संबंध हैं। इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने सीबीआई से लिखित आवेदन किया है। उन्होंने सीबीआई से खुद को और मुकुल राय को आमने-सामने बैठा कर पूछताछ करने का आग्रह किया है।


कुणाल घोष ने प्रधानमंत्री मोदी, केन्द्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को मुकुल राय के दागदार होने के प्रति आगाह किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री, जेटली और शाह को पत्र लिख कर उन्हें राय का असली चेहरा बताया है। उन्होंने कहा कि राय झूठ बोल रहे हैं कि उन्हें और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को नारदा, सारधा और अलकेमिस्ट चिटफंड घोटाले के बारे में कुछ पता नहीं था। सभी ने अपने-अपने स्तर पर घोटाला किया है। सच्चाई सामने लाने के लिए इसकी जांच बहुत जरूरी है। राज्यसभा से इस्तीफा देने के बाद मुकुल राय ने कहा था कि वे नारदा और सारधा काण्ड में लिप्त नहीं हैं। इसकी जांच में वे जांच एजेंसियों की पूरी मदद करेंगे। वे जब उन्हें बुलाएंगी वे तब हाजिर होंगे। 

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