कोलकाता। नन गैंगरेप काण्ड के
नौ दिन बीतने के बावजूद किसी भी आरोपी को गिरफ्तार करने में नाकाम रही सीआईडी
बदनामी के धब्बे को धोने की पुरजोर कोशिश कर रही है। मामले में मुख्यमंत्री ममता
बनर्जी की ओर से सीबीआई जांच की सिफारिश करने के बावजूद सीआईडी अधिकारी आरोपियों को
दबोचने के प्रयास कर रहे हैं। रविवार को सीआईडी की टीम सारा दिन रानाघाट में ठोस
सुराग तलाशने के लिए खाक छानती रही।
सूत्रों के अनुसार सीआईडी
अधिकारियों ने इस मामले में संदिग्ध अपराधियों की सूची भी बनाई है। सीआईडी अधिकारी
नदिया जिले के रानाघाट पहुंचे जहां कॉन्वेट स्कूल में लूटपाट का विरोध करने पर
डकैतों ने नन (72) से गैंगरेप किया था। इस मामले में अब तक कोई ठोस सुराग नहीं
मिलने पर स्थानीय पुलिस की भूमिका को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। अब पुलिस कर्मियों
से भी लगातार पूछताछ की जा रही है।
सीआईडी अधिकारियों ने गागनापुर थाने
के पुलिस कर्मियों से पूछा गया है कि घटना की रात पुलिस की गश्ती टीम कहां थी?
दूसरी तरफ कॉन्वेंट स्कूल के सुरक्षा प्रहरियों का दावा है कि उन्होंने घटना के
दौरान व्हीसल भी बजाई थी। इसकी आवाज गश्त करने वाले पुलिस कर्मियों तक क्यों नहीं
पहुंची? सीआईडी इस मामले में पुलिस की भूमिका भी जांच रही है।
बढ़ रहा है
आक्रोश
इस मामले किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने पर रानाघाट के लोगों में
आक्रोश बढ़ता जा रहा है, वही सीआईडी आरोपियों को पकड़ने के लिए लगातार हाथ-पैर मार
रही है। रविवार को भी सीआईडी टीम ने कई लोगों से पूछताछ की। इन्होंने सुबह से ही
विभिन्न इलाकों में तलाशी अभियान भी छेड़ा।
घटना की रात बंद थी स्ट्रीट
लाइट
पूछताछ के दौरान सीआईडी को यह सूचना मिली कि घटना की रात कॉन्वेंट स्कूल के
आस-पास की स्ट्रीट लाइट बंद थी। सीआईडी यह जांच कर रही है कि उस दिन जानबूझकर लाइट
बंद की गई थी या फिर लोड शेडिंग थी।