scriptभाजपा के खिलाफ विपक्षी एकजुटता की कवायद | Opposition solidarity exercise against BJP | Patrika News
कोलकाता

भाजपा के खिलाफ विपक्षी एकजुटता की कवायद

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बंगाल दौरे के बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने पश्चिम बंगाल की सीएम व तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी को फोन कर भाजपा के खिलाफ उनकी लड़ाई में साथ देने का आश्वासन दिया। इसके साथ ही उन्होंने कृषि कानून के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन और तृणमूल के आंदोलन को समर्थन देने का ऐलान किया।

कोलकाताDec 20, 2020 / 11:19 pm

Rabindra Rai

भाजपा के खिलाफ विपक्षी एकजुटता की कवायद

भाजपा के खिलाफ विपक्षी एकजुटता की कवायद

एनसीपी प्रमुख पवार ने ममता को किया फोन
किसान और तृणमूल के आंदोलन को समर्थन देने का किया ऐलान
कोलकाता. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बंगाल दौरे के बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने पश्चिम बंगाल की सीएम व तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी को फोन कर भाजपा के खिलाफ उनकी लड़ाई में साथ देने का आश्वासन दिया। इसके साथ ही उन्होंने कृषि कानून के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन और तृणमूल के आंदोलन को समर्थन देने का ऐलान किया।
इससे पहले दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी ममता बनर्जी के आंदोलन को समर्थन देने की घोषणा की थी। उन्होंने बंगाल के तीन आईपीएस अधिकारियों को केंद्र सरकार की ओर से प्रतिनियुक्ति पर बुलाए जाने का विरोध किया था। विधानसभा चुनाव से पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सहित बीजेपी के बड़े नेता लगातार बंगाल का दौरा कर राज्य सरकार की नीतियों पर निशाना साध रहे हैं। भाजपा का दावा है कि अगले विधानसभा चुनाव में बीजेपी बंगाल में सरकार बनाएगी।

बंगाल में प्रचार करेंगे पवार
सूत्रों के अनुसार शरद पवार ने ममता बनर्जी को आश्वस्त किया है कि वह बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान प्रचार के लिए बंगाल आएंगे। लोकसभा चुनाव से पहले भी ममता बनर्जी, शरद पवार सहित बीजेपी विरोधी नेताओं ने एकजुट होने की कोशिश की थी लेकिन लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार बनने के बाद यह कोशिश बिखर गई थी।

जनवरी में करेंगे बैठक
पवार, ममता बनर्जी के बुलावे पर अगले साल जनवरी में कोलकाता आकर उनके साथ बैठक करेंगे। राज्य सचिवालय नवान्न सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पवार ने खुद ममता को फोन करके आने की पुष्टि की है। पवार ममता की इस बात से सहमत हैं कि भाजपा देश के संघीय ढांचे को नष्ट करना चाहती है। इसके प्रतिवाद में वे अगले महीने कोलकाता में होने वाली बैठक में शामिल होने आ रहे हैं।

क्षेत्रीय दल भी लेंगे भाग
बैठक में अन्य क्षेत्रीय राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। इससे नए कृषि कानून के खिलाफ संयुक्त आंदोलन के भी संकेत मिल रहे हैं। पवार-ममता में फोन पर हुई बातचीत से नए साल में भाजपा को रोकने के लिए फिर विपक्षी गठबंधन की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। नए कृषि कानून, बंगाल के तीन आइपीएस अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की कोशिश, इन सबको पवार व कई क्षेत्रीय राजनीतिक दलों के नेता भी संघीय प्रणाली में हस्तक्षेप मान रहे हैं। बैठक के बाद ममता दिल्ली भी जा सकती हैं। तृणमूल प्रमुख विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा के खिलाफ जोरदार मुहिम छेडऩा चाहती हैं।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो