गत 15-20 दिनों से वार्ड नम्बर 99 के 100 जने पीलिया की चपेट में आए हैं। वार्ड के बाघाजतीन, गांगुलीबगान वार्ड नम्बर 100 के रामगढ़ इलाके में भी पीलिया के मरीज पाए गए हैं। शनिवार को निगम ने इलाके में बिकने वाले बोतल बंद पेयजल के नमूनों के संक्रमित होने की जानकारी दी है।
पार्षद देवाशीष मुखर्जी ने बताया कि इलाके में गहरे नलकूप व गार्डनरीच वॉटर प्रकल्प का मिश्रित पानी वितरित किया जाता है। ज्यादातर लोग बोतल बंद पानी का इस्तेमाल करते हैं। इलाके में डिब्बे बंद पानी से ही संक्रमण फैला है। निगम का यह दायित्व है कि स्थानीय लोगों को स्वच्छ पेयजल मुहैया कराया जाए। उन्होंने कहा कि निगम की पाईपलाईन 40 साल से अधिक पुरानी है। ज्यादातर जंग का शिकार बन गई हैं। उन्हें जल्द से जल्द बदला जाए।
—————————-
– मरीजों से मिले सुजन :
रविवार को स्थानीय मरीजों व आतंकित लोगों का हाल जानने माकपा के वरिष्ठ नेता सुजन चक्रवर्ती ने इलाके का दौरा किया। उन्होंने सवाल उठाया कि इलाके के वासियों को स्वच्छ पीने का पानी कब मिलेगा। माकपा ने कई बार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सामने इस मुद्दे को उठाया है, लेकिन अब तक राज्य सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया।
——————————
– दक्षिण कोलकाता के बोरो 10, 11 और 12 में स्वच्छ पेयजल की किल्लत :
कोलकाता नगर निगम के बोरो नं. 10, 11 और 12 में स्वच्छ पेयजल की सालों से किल्लत है। यहां के ज्यादातर वार्डों में पेयजलापूर्ति गहरे नलकूपों से की जाती है। इन तीन बोरो के तहत 29 वार्ड आते हैं। जिसमें सबसे अधिक समस्या और वार्डों की संख्या बोरो 10 में है। लंबे समय से स्थानीय लोगों ने निगम और पार्षदों से स्वच्छ जल मुहैया कराए जाने की मांग रखी है लेकिन अब तक इसका कोई हल नहीं निकला है। बार-बार राज्य सरकार और निगम की ओर से उन्हें आश्वासन मिलता है पर सुधार अब तक नहीं हो पाया है।