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कोलकाता

शरीर नहीं दे रहा साथ, फिर भी ऐसे कारनामे कि सुनकर चौंक जाएंगे

जन्मजात सेरेब्रल पाल्सी से प्रभावित प्रवासी राजस्थानी के जोश-जज्बे को सलाम

कोलकाताJun 11, 2019 / 08:33 pm

Rabindra Rai

kolkata

शरीर नहीं दे रहा साथ, फिर भी ऐसे कारनामे कि सुनकर चौंक जाएंगे

कोलकाता. कवि हरवंश राय बच्चन की यह रचना कि मंजिलें उन्हीं को मिलती हैं, जिनने सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता, होसलों से उड़ान होती है, एक प्रवासी राजस्थानी बालिका पर सच साबित होती दिख रही है। जोश-जज्बा, जूनून के सहारे जन्मजात सेरेब्रल पाल्सी की शिकार पूनम सोमानी ने वो कर दिखाया है जो अच्छे भले और पढ़े लिखे लोगों के लिए भी संभव नहीं है। सेरेब्रल का अर्थ मस्तिष्क के दोनों भाग और पाल्सी का अर्थ ऐसे विकार या क्षति से है जो शारीरिक गति के नियंत्रण को क्षतिग्रस्त करती है। सेरिब्रल पाल्सी का साधारण शब्दों में मतलब है—मस्तिष्क का लकवा, इसके बावजूद तथा बगैर स्कूली शिक्षा उसने एक से बढ़कर एक आकर्षक पेंटिग्स, कलाकृतियां बनाकर तमाम शारीरिक विसंगतियों को मात दे डाली है। आज उसकी बनाई पेंङ्क्षटग्स, स्केच कलाकृति को देख हर कोई अचंभित है। पूनम सेरेब्रल पाल्सी की वजह से स्कूली पढ़ाई पूरी न कर सकी, पर हैंडिकैप्ड स्कूल में अध्ययन का उसे मौका मिला। फोल्क आर्ट, वर्ली-पेंटिग्स, गणपति, राजपूताना, मधुबनी पेंटिग्स, कार्टून, स्केच, वाटर कलर से विभिन्न कलाकृतियों के निर्माण के अलावा पूनम को बेसिक कम्प्यूटर/डीटीपी का भी अच्छा ज्ञान है, जबकि कलाकृतियों के निर्माण में वह पारंगत है। स्मार्टफोन, लैपटॉप चलाने के साथ ही जितनी कुशलता से वह ई-मेल, व्हाट्स एप पर मैसेज भेजती है उसे देख हर कोई चकित रह जाता है। उसकी हाथ से बनाई रामायण पेंटिग्स, मशहूर हास्य कलाकार चार्ली चैपलिन के स्केच/कार्टून/तस्वीर, गणपति, मां काली-दुर्गा, शिव-परिवार आदि कलाकृतियां खुद उसकी प्रतिभा को प्रमाणित करती है। मूल रूप से राजस्थान के चूरू जिले के सरदारशहर निवासी विजय सोमानी की पुत्री पूनम इसके अलावा योग शिविर में भी नियमित रूप से योगाभ्यास में उमंग-उत्साह से भाग लेती है। रिसड़ा सेवक संघ के तत्वावधान में पिछले कई साल से योगा की नियमित छात्रा पूनम की काबिलियत पर योग प्रशिक्षक ओमप्रकाश बंसल सहित योगा परिवार के सदस्यों को नाज है।
योग शिविर में लेगी भाग : योग परिवार में प्यार-स्नेह से लाड़कुंवर के नाम से मशहूर पूनम योगा में सूर्य नमस्कार, अनुलोम-विलोम, कपाल-भाति, चक्रासन, सर्वांगासन आदि किसी कुशल पेशेवेर योग प्रशिक्षक की तरह करती है। विश्व योग दिवस के मौके पर 21 जून को रिसड़ा सेवक संघ प्रांगण में होने वाले योग कैंप में भी पूनम शिरकत करेगी। १९९८ में कारोबारी के सिलसिले में पूनम के पिता विजय सोमानी बंगाल आए। आज विजय का खुद का व्यापार है जबकि पूनम की मां सुषमा परिवार की देखभाल और घरेलू कार्य सम्भालती हैं।
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