पुलिस अभियान पर उठाया सवाल
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी ने गोजमुमो सुप्रीमो बिमल गुरुंग को पकडऩे को लेकर दार्जिलिंग की पहाडिय़ों में पुलिस अभियान पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि पुलिस अभियान के लिए ठोस रणनीति क्यों नहीं अपनाई गई। समुचित प्रशिक्षण के बिना अमिताभ जैसे पुलिस ऑफिसर को क्यों वादियों में अभियान चलाने के लिए भेजा गया। अमिताभ शहीद हो गए पर उनके साथ अभियान में शामिल चार अन्य पुलिसकर्मी मौत से जूझ रहे हैं।
मुख्यमंत्री के बयानों का हवाला देते हुए अधीर ने कहा कि जब ममता खुद कह रही थीं कि गुरुंग का तार पूर्वोत्तर के अलगाववादी ताकतों और विदेशी उग्रवादियों से जुड़े हैं तो फिर बुलेटप्रूफ जैकेट के बिना पुलिस ऑफिसर को अभियान पर क्यों भेजा गया।
तमांग पर निशाना
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने जीटीए के अस्थायी प्रशासक विनय तमांग पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि जीएलपी सदस्यों ने पुलिसकर्मियों पर गोलियां चलाई है। जिसके प्रतिष्ठाता खुद विनय तमांग हैं।
शहीद अमिताभ के मामले में तमांग को सजा क्यों नहीं मिलेगी। अधीर ने गुरुंग और तमांग दोनों को कड़ी सजा देने की मांग की है।
वाम प्रतिनिधिदल ने दी श्रद्धांजलि
वाममोर्चा विधायक दल के नेता डॉ. सुजन चक्रवर्ती के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि दल ने रविवार को शहीद सब इंस्पेक्टर अमिताभ मलिक के परिजन से मिलकर उन्हें संवेदना व्यक्त किया। प्रतिनिधि दल में विधायक मानस मुखर्जी, विधायक तन्मय भट्टाचार्य समेत उत्तर २४ परगना जिला के अन्य वामपंथी नेता थे। डॉ. चक्रवर्ती ने इस मामले में सरकार से राजनीति नहीं बल्कि ठोस कार्रवाई करने की मांग की। घटना के लिए कौन दोषी है? इसका पता लगाना पड़ेगा। उनके अनुसार त्रिपक्षीय बैठक के माध्यम से पहाड़ की समस्या का समाधान होना चाहिए।