scriptअन्याय के खिलाफ आवाज उठाएं, न्याय की राह पर चलें: बबीता | Raise your voice against injustice: Babita | Patrika News
कोलकाता

अन्याय के खिलाफ आवाज उठाएं, न्याय की राह पर चलें: बबीता

लम्बे संघर्ष के बाद आखिरकार बबीता सरकार को सफलता मिल गई। उन्होंने सोमवार को कूचबिहार के मेखलीगंज स्थित इंदिरा हाई स्कूल में राजनीति विज्ञान की एक टीचर के तौर पर ज्वाइन किया। उन्होंने कहा कि मैं छात्रों को संदेश देती हूं कि मैंने जो शिक्षा लंबे समय से हासिल की है, उसे मैं छात्रों तक पहुंचाने की कोशिश करूंगी।

कोलकाताJul 04, 2022 / 11:46 pm

Rabindra Rai

अन्याय के खिलाफ आवाज उठाएं, न्याय की राह पर चलें: बबीता

अन्याय के खिलाफ आवाज उठाएं, न्याय की राह पर चलें: बबीता

टीचर के तौर पर ज्वाइन करने के बाद दिया संदेश
बबीता को मंत्री पुत्री की जगह मिली है नौकरी
कोलकाता. लम्बे संघर्ष के बाद आखिरकार बबीता सरकार को सफलता मिल गई। उन्होंने सोमवार को कूचबिहार के मेखलीगंज स्थित इंदिरा हाई स्कूल में राजनीति विज्ञान की एक टीचर के तौर पर ज्वाइन किया। उन्होंने कहा कि मैं छात्रों को संदेश देती हूं कि मैंने जो शिक्षा लंबे समय से हासिल की है, उसे मैं छात्रों तक पहुंचाने की कोशिश करूंगी। मैं छात्रों को पढ़ाऊंगी ताकि वे न्याय की राह पर चल सके। वे भी अन्याय का विरोध कर सकें। स्कूल की प्रधानाध्यापिका रंजना रॉय बसुनिया ने कहा कि बबीता सरकार ने हाइकोर्ट और माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के निर्देश पर स्कूल में ज्वाइन किया है। हमने हाइकोर्ट के निर्देश के मुताबिक उन्हें स्कूल में ज्वाइन कराया। आज से एक नई टीचर को पाकर हमें खुशी हो रही है।

कोर्ट ने अवैध नियुक्ति बता किया था बर्खास्त
राज्य के शिक्षा राज्य मंत्री परेश अधिकारी की बेटी अंकिता अधिकारी पहले इसी स्कूल में शिक्षिका के तौर पर काम करती थीं। इस नियुक्ति को चुनौती देते हुए बबीता ने हाइकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। हाइकोर्ट ने अवैध नियुक्ति बताते हुए अंकिता अधिकारी को नौकरी से बर्खास्त कर दिया। उनकी जगह बबीता को नियुक्ति पत्र दिया गया।

लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी
बबीता अब इंदिरा हाई स्कूल में राजनीति विज्ञान की शिक्षिका के रूप में पढ़ाएंगी। इसके लिए उन्हें लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी है। उन्होंने कहा कि लंबी लड़ाई खत्म हो गई है। मैं बहुत खुश हूं। मैंने हाइकोर्ट के निर्देश पर इस स्कूल में ज्वाइन किया। मैं आने वाले दिनों में अपनी जिम्मेदारी ठीक से निभाने की पूरी कोशिश करूंगी।

पात्रता को लेकर कानूनी जंग
मंत्री की बेटी की जगह नौकरी मिलने पर उन्होंने कुछ भी बोलने से इनकार किया। उन्होंने कहा कि मैंने किसी ताकत के खिलाफ लड़ाई नहीं लड़ी। मैंने पात्रता को लेकर कानूनी जंग लड़ी। हाइकोर्ट ने मेरे अधिकार को बहाल किया। अंकिता के बारे में मैं कुछ भी नहीं बोलना चाहती हूं। मैं अपनी नौकरी के साथ न्याय करने की पूरी कोशिश करूंगी। बबीता सिलीगुड़ी की रहने वाली हैं। उनके घर से स्कूल की दूरी करीब 60 किलोमीटर है। उन्होंने कहा कि अभी मैं अपने पति के साथ कार से आ रही हूं। बाद में पास में घर लूंगी।

Home / Kolkata / अन्याय के खिलाफ आवाज उठाएं, न्याय की राह पर चलें: बबीता

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो