कृतज्ञता का भाव होना चाहिए कृतघ्नता का नहीं–लाटा
रामकथा के मंच पर राम सेवा समिति ट्रस्ट (हावड़ा) ने किया शहीदों का सम्मान– नवदिवसीय रामकथा का समापन
कृतज्ञता का भाव होना चाहिए कृतघ्नता का नहीं–लाटा
हावड़ा. जीवन में कभी भी किसी का उपकार नहीं भूलना चाहिए और हममें कृतज्ञता का भाव होना चाहिए न कि कृतघ्नता का। बांधाघाट के सेठ बंशीधर जालान स्मृति नया मंदिर में राम सेवा समिति ट्रस्ट (हावड़ा) की ओर से आयोजित नवदिवसीय रामकथा के समापन अवसर पर कथावाचक पं. शम्भू शरण लाटा ने यह बात कही। लाटा ने कहा कि माता-पिता, गुरु, मित्र जिसने भी कभी कोई उपकार किया उसे भूलना नहीं चाहिए। कृतघ्नता बड़ा पाप है कि इसका कोई प्रायश्चित नहीं ऐसा हमारे शास्त्रों में कहा गया है। सूरसा के प्रसंग पर लाटा ने कहा कि जब हमारी कीर्ति बढ़े तो हमें भजन भी बढ़ाना चाहिए। जो विचार कर के अपने जीवन के कार्य को करे उसका जीवन सुन्दर बनता है । राम का अमोघ बाण जैसे चलता है वैसे हनुमान चलते हैं। बाण की अपनी कोई सत्ता नहीं, न बाण को कोई अभिमान न बाण को अपमान। जिसको जीवन सफल और सुन्दर बनाना है वो उस यन्त्र की तरह अपने जीवन को बनाये और यह समझे कि भगवान चलाते हैं तो मैं चलता हूं। लाटा ने कहा कि सच है अब कोई अज्ञान या अभिमान के कारण इसे न माने तो कोई क्या कर सकता? हनुमान यही शिक्षा देते हैं कि भगवान चलाते हैं तो मै चलता हूँ। भक्ति के मार्ग में ऐसे ही चलना पड़ता है। ज्यों-ज्यों कीर्ति बढ़ती है भजन कम होता जाता है। कथा समापन के अवसर पर रामकथा के इस मंच से बंगाल के कई वीर शहीदों को मरणोंपरांत सम्मानित किया गया। सम्मान स्वरुप इनके निकट सम्बंधियों को शॉल, राम दरबार का स्मृति चिन्ह, प्रशस्ति पत्र और चेक प्रदान किया गया। बतौर प्रधान अतिथि पुलिस महानिरीक्षक अजय मुकुन्द राणाडे ने कहा कि राम को जीवन में कितनी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। इसके बावजूद उन्होने जीवन के नैतिक मूल्यों से कोई समझौता नहीं किया। राणाडे ने हावड़ा शहर के प्रथम पुलिस आयुक्त के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान रामसेवा समिति ट्रस्ट के साथ मिलकर किए गए सेवाकार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि यह समिति वास्तव में निष्काम व समपित समाज सेवा का पर्याय है। विशिष्ट अतिथि श्यामसुंदर बड़वावाले थे। सत्यनारायाण देवरालिया ने शादी-विवाह जैसे समारोह पर होने वाले खर्च का कुछ हिस्सा समाज सेवा पर करने पर जोर दिया। सीमा सुरक्षा बल कोलकाता सेक्टर हेड क्वाटर कमांडेंट रविकांती, देवराज रावलवासिया, विष्णु दत्त मित्तल सहित अन्य उपस्थित थे। समिति के चेयरमैन गोविन्द राम ढाणेवाना ने स्वागत किया। घनश्याम दास गुप्ता ने समिति के संचालित सेवाओं और भावी योजनाओं पर प्रकाश डाला । संचालन राजकुमार मित्तल ने किया। इन्द्रसेन जिंदल, घनश्याम दास गुप्ता, राजेन्द्र धनानिया, रतनलाल गोयल, रोशनलाल अग्रवाल, अनिल बैद, अशोक कुमार अग्रवाल, नरेश कुमार अग्रवाल, अशोक कुमार बंसल, राकुमार मित्तल, राजेश कुमार अग्रवाल, रविन्द्र कुमार अग्रवाल, बसन्त कुमार गोयनका आदि सक्रिय रहे।