– एक बार डुबो कर ही निकाला गया लकडिय़ों का ढांचा:- निगम की ओर से गंगा घाटों पर सफाई के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। नदी में बड़े-बड़े जाल रखे गए हैं। गंगा दूषित न हो इसके लिए देवी-देवाताओं के प्रतिमाओं के विसर्जन के बाद ही प्रतिमाओं के ढांचों को जेसीबी क्रेन की मदद से निकाल लिया जा रहा है। प्लास्टिक व कचरा नदी में न जाए इसकी व्यवस्था की गई है। निगम और सीईएससी की ओर से सभी गंगा घाटों पर प्रकाश की विशेष व्यवस्था की गई है।
निगम के सफाई कर्मियों के साथ ही पार्क एंड स्क्वायर के कर्मचारियों को भी घाटों पर तैनात किया गया है। शुक्रवार को लगभग 2000 और शनिवार को लगभग 400 प्रतिमाएं विसर्जित की गई हैं। 22 अक्टूबर तक शहर की लगभग सभी दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन हो जाए इसका ध्यान रखा जा रहा है। 23 अक्टूबर को केवल राज्य सरकार की ओर से आयोजित कार्निवल में हिस्सा लेने वाली प्रतिमाओं का ही विसर्जन किया जाएगा।