परिजनों का कहना है कि बच्चे के लिवर में इतने सिस्ट हैं कि लिवर बदलना पड़ेगा। यह खबर सुनकर परिजन शायक के ठीक होने की उम्मीद छोड़ चुके थे। फिर उन्हें डॉ. नरेश शानुंगम के बारे में पता चला। परिजन बच्चे को लेकर रेला हॉस्पिटल चेन्नई पहुंचे। वहां डॉक्टरों ने लिवर प्रत्यारोपण के बारे में बताया। बाद में एक ब्रेन डेड मरीज से शायक को लिवर मिला। डॉ. नरेश शानमुगंम ने बताया कि सर्जरी के बाद शायक 11 दिन तक अस्पताल में भर्ती था। उसके बाद वह ठीक हो गया।