कोलकाता

अब शिक्षक दिवस पर बंगाल-केन्द्र आमने सामने

ममता सरकार ने एक बार फिर केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार से टकराव का मूड बना लिया है

कोलकाताAug 20, 2017 / 10:34 pm

शंकर शर्मा

Narendra Modi Parth Chatterjee

कोलकाता. ममता सरकार ने एक बार फिर केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार से टकराव का मूड बना लिया है।
स्वाधीनता दिवस के दिन स्कूलों में राष्ट्रीय गान गाने और उसके वीडियो केन्द्र को भेजने के प्रस्ताव के बाद पश्चिम बंगाल सरकार ने शिक्षक दिवस पर स्कूलों में स्वच्छता पर चित्रकारी करने संबंधित केन्द्र के प्रस्ताव को खारिज कर दिया। राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने शनिवार को कहा कि केन्द्र का प्रस्ताव हास्यास्पद है। वे जब कहेंगे तभी हम ऐसा करेंगे। हम केन्द्र के अनुसार शिक्षक दिवस नहीं मनाएंगे।

राज्य सरकार अपने स्कूलों में अपने तरीके से शिक्षक दिवस पालन करेगी। इस संबंध में सरकार ने सभी स्कूलों को सर्कुलर भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस बार राज्य सरकार अलग तरह से शिक्षक दिवस मनाएगी। इस बार शिक्षक दिवस के दिन बच्चों को स्कूल बैग और एक मोटी कॉपी दी जाएगी। इससे पहले केन्द्र सरकार ने स्वाधीनता दिवस के दिन सभी राज्यों को सरकारी स्कूलों में राष्ट्रीय गान गाने और उसका वीडियो केन्द्र को भेजने को कहा था। लेकिन ममता बनर्जी की सरकार ने इसे मानने से इनकार कर दिया और सर्कुलर जारी कर स्कूलों से कहा कि वे पहले की तरह ही स्वाधीनता दिवस मनाए।


मोदी नहीं शाह से समस्या-ममता
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को यह कहकर सभी को हैरान कर दिया कि उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कोई समस्या नहीं है। उन्होंने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को देश में तानाशाही का माहौल बनाने का दोषी ठहराया। एक अंग्रेजी चैनल के कार्यक्रम में ममता ने अमित शाह के काम करने के तरीके पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि हर कोई डरा हुआ है। देश में तानाशाही कायम है।

कैसे कोई पार्टी अध्यक्ष मंत्रियों की मीटिंग ले सकता है? पीएम कौन हैं मोदी या फिर शाह? ममता बनर्जी के इस बयान ने विपक्षी खेमे में खलबली पैदा कर दी है। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री ममता को केंद्र सरकार से वित्तीय सहायता की जरूरत है और यही वजह है कि वह पीएम मोदी के पक्ष में बोल रही हैं।

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