पार्टी की अंदरूनी कलह को जिम्मेदार ठहराया दूसरी ओर तृणमूल उम्मीदवार ने चंदननगर के वार्ड नंबर 17 में हार के लिए पार्टी की अंदरूनी कलह को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने आरोप लगाया कि वार्ड के भीतर कलह के कारण वह हार गए। झालदा तृणमूल उम्मीदवार को भी यही आरोप लगाते सुना गया। उन्होंने दावा किया कि भले ही पार्टी ने उन्हें नामांकित किया हो, लेकिन स्थानीय नेता उन्हें नहीं चाहते थे और इसीलिए उन्हें हार देखनी पड़ी। हुगली में कई जगहों पर तृणमूल की अंदरूनी कलह विधानसभा चुनाव से पहले ही खुलकर सामने आ गई थी। हुगली जिले के तृणमूल के कई नेता और कार्यकर्ता भाजपा में शामिल हो गए। अब चंदन नगर निगम के उपचुनाव में वाममोर्चा उम्मीदवार को मिली जीत ने तृणमूल कांग्रेस का सिरदर्द बढ़ा दिया है।
बैरकपुर उपचुनाव में 4 सीटों पर सत्ताधारी पार्टी फिर जीती उत्तर 24 परगना जिले के बैरकपुर क्षेत्र अंतर्गत विभिन्न नगरपालिका उपचुनाव के नतीजे बुधवार को घोषित किए गए। जिसमें सभी नगरपालिकाओं में तृणमूल कांग्रेस की जीत हुई। भाटपाड़ा नगरपालिका वार्ड 3 के कनकलता दास विजयी घोषित हुई। पानीहट्टी नगरपालिका वार्ड 8 उम्मीदवार मीनाक्षी दत्ता, दमदम दक्षिणनगर पालिका वार्ड 29 की टीएमसी उम्मीदवार बनश्री चटर्जी तथा दमदम नगरपालिका वार्ड 4 के तापस राय विजयी रहे। दमदम बैरकपुर सांगठनिक जिला तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष पार्थ भौमिक ने कहा नतीजों के परिणाम ने प्रमाण कर दिया कि लोग अभी भी केवल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ हैं।
बीजेपी का स्तर गिरा उन्होंने कहा बीजेपी का स्तर काफी गिरा है तथा वह सीपीएम से भी नीचे जा चुके हैं। जवाब में भाजपा के तरफ से बैरकपुर सांगठनिक जिले के अध्यक्ष संदीप बनर्जी ने कहा कि वोट के नतीजे तो मतदान के दिन ही तय कर दिए गए थे। जहां तृणमूल उम्मीदवारों ने अपने लिए 40 प्रतिशत वोट रिजर्व कर लिया था। तथा सीपीएम को द्वितीय स्थान पर लाकर बीजेपी प्रार्थी को जानबूझकर हरा दिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि 2024 में होने वाले चुनाव में इस मतदान का कोई असर नहीं पड़ने वाला है।