सिन्हा ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी की सर्वदलीय श्रद्धांजलि सभा नहीं हो सकी। लेकिन
सर्व सहमति से कोलकाता में उनकी मूर्ति लगाई जाए। सभी राजनीतिक दलों से आग्रह है कि वे राजनीति से ऊपर उठ कर इस पर सहमति जताएं। उन्होंने कहा कि अगर सभा में मुख्यमंत्री आती तो उनका सम्मान नहीं घट जाता। वाजपेयी ममता बनर्जी के घर गए और उनकी मां का पांव छू कर प्रणाम किया था।
शामिल हुए राज्य के मंत्री कांग्रेस और माकपा नीत वाम मोर्चा का कोई भी नेता शामिल नहीं हुए। सभा में ममता ने अपने प्रतिनिधि के रूप में राज्य के सूचना और संस्कृति मंत्री इंद्रनील सेन को भेजा था। इंद्रनील सेन ने अटल बिहारी बाजपेयी की तस्वीर पर फूल चढ़ा कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और चले गए।