ग्रामीण इलाकों में तेजी से बढ़ रहा संघ संघ से जुड़े एक वरिष्ठ पदाधिकारी के मुताबिक अब बंगाल उर्वर भूमि बनकर तैयार है। ग्रामीण इलाकों में संघ तेजी से बढ़ रहा है। सीमाई इलाकों में शाखाएं, कार्यकर्ता बढ़ रहे हैं। अनुशांगिक संगठनों की शक्ति में भी विकास हो रहा है। सीमाई इलाके में सक्रिय सीमांत चेतना मंच के जहां दो साल पहले तक अंगुलियों में गिने जाने कार्यकर्ता थे आज उनकी संख्या 30 हजार तक पहुंच गई है। जिसमें दक्षिण बंगाल के 20 हजार स्वयंसेवक हैं। लगातार दो सालों की मेहनत के कारण अब राज्य के सभी ब्लॉकों में महत्वपूर्ण अनुशांगिक संगठनों का नेटवर्क मजबूत हुआ है। रामनवमी, हनुमान जयंती पर निकाली गई शोभायात्राओं में उमड़े जनसमूह साबित करते हैं बंगाल में हिंदुओं का पुर्नजागरण हो गया है। विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर की बात हो या फिर दुर्गा वाहिनी की सदस्यों के प्रशिक्षण की, सत्रों और प्रतिभागियों की बढ़ती संख्या उत्साहवर्धक है।
दिए जा रहे राष्ट्रसेवा के संदेश
विश्व हिंदू परिषद के बंगाल प्रचार प्रमुख सौरीश मुखर्जी के मुताबिक संगठन सामाजिक-धार्मिक विषयों पर लगातार काम तेज कर रहा है। प्रशिक्षण सत्र में आत्मरक्षा के गुर सिखाए जा रहे हैं। बौद्धिक सत्र का आयोजन कर विचारधारा स्तर पर प्रशिक्षित किया जा रहा है। कीर्तन, कसरत के सहारे स्वस्थ्य और जागरुक समाज बनाने का प्रयास हो रहा है। दुर्गावाहिनी की सदस्यों को लवजिहादियों को पहचानने, उनसे निपटने के गुर सिखाए जा रहे हैं। योग, ध्यान, कसरत व आत्मरक्षा के उपाय सिखा कर शारीरिक व मानसिक रूप से मजबूत बनाकर राष्ट्रसेवा के संदेश दिए जा रहे हैं।