EAST-WEST METRO PROJECT पूरा होने में लगभग एक वर्ष देर हो सकती है। ईस्ट-वेस्ट मेट्रो परियोजना की कार्यान्वयन एजेंसी कोलकाता मेट्रो रेलवे कारपोरेशन लिमिटेड (KMRCL) के शीर्ष अधिकारी ने ऐसी आशंका जताई। KMRCL के MD चंद्रनाथ झा के अनुसार अब दुर्गा पिटुरी लेन में कई घरों में ताजा दरारें आने के बाद परियोजना के पूरा होने में आठ से नौ महीने देर होगी। उन्होंने कहा यह देरी भूमिगत सुरंग की मरम्मत और बेहतर रखरखाव के कारण होगी। झा ने कहा कि एक दुर्घटना हुई है और इसलिए इसे पूरा करने की समयसीमा बढ़ाने की जरूरत है।
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बैठक में कुछ लोगों ने क्षतिग्रस्त मकानों की मरम्मत KMRC द्वारा कराए जाने को लेकर चिंता जताई। और कहा कि 2019 में भी सुरंग की खुदाई के दौरान मकानों को क्षति पहुंची थी। 11 मई को इमारतों में दरार आने के बाद से प्रभावित लोग अपने परिवार के साथ होटल में रह रहे। उल्लेखनीय है कि बऊबाजार के दुर्गा पिटूरी लेन में 9 मकानों को 11 मई को क्षति पहुंची।
140 होटल में शिफ्ट
इसके बाद 140 लोगों को होटल में शिफ्ट किया। KOLKATA METRO का 16.6 किलोमीटर लंबा पूर्वी-पश्चिमी गलियारा हावड़ा मैदान को सॉल्टलेक सिटी के सेक्टर पांच से जोड़ता है। फिलहाल इस गलियारे में ट्रेनों का आंशिक परिचालन हो रहा। इसी मार्ग में एक सुरंग हुगली के नीचे से गुजरती है।
इस बीच बऊबाजार के दुर्गा पिटूरी लेन में मेट्रो के काम से जिन मकानों में दरारें पड़ी उन्हें सोमवार से तोडऩे का काम शुरू होगा।मेट्रो अधिकारियों ने सुरक्षा को देखते हुए यह फैसला किया। इस खबर को सुनकर लोग मकान तोडऩे से पहले सामान पैक कर घर से निकलने की तैयारी में जुट गए। शनिवार से ही मकान खाली करने का सिलसिला शुरू हो गया था।दुर्गा पिटुरी लेन के निवासियों में अफरा-तफरा का माहौल है। हालांकि जिस घर को वे किराए पर ले रहे हैंवह फिलहाल तोड़ा नहीं जाएगा। दुर्गा पिटुरी लेन भी अफरा-तफरी का माहौल है। लोग घर का सामान निकाल रहे हैं। कोई गोपाल को ठाकुर के घर से निकाल रहा तो कोई घर में लगे फ्रिज अपने रिश्तेदार के घर छोड़ रहा। फिलहाल काम बंद है। पानी को सुरंग में प्रवेश करने से रोकने के लिए बहुत अधिक कंक्रीट डालकर क्षेत्र को ऊंचा किया जा चुका है।समय-समय पर इंजीनियर सुरंग में उतरकर जमीन से ऊपर की स्थिति को देखरहे।अब इस पर नजर रखी जा रही कि दुर्गा पिटूरी इलाके में किसी मकान में अब फिर से कोई नई दरार तो नहीं बन रही।
बोले पार्षद डे–METRO अफसरों में समन्वय की कमी
उधर वार्ड48 के स्थानीय पार्षद बिश्वरूप डे ने कहा कि METRO अफसरों में समन्वय की कमी है। उन्हें पहले KMRCL ने बुलाया और बताया कि सुरक्षा कारणों से तीन घरों -16, 17 ए और 19 को ध्वस्त करने का निर्णय लिया गया। बाद में बताया गया कि केवल एक घर, तीन नहीं कुछ समय के लिए ध्वस्त किया जाएगा। डे ने कहा कि KMRCL GM एके नंदी ने मुझे फोन किया कहा कि तीन घरों को तोड़ा जाएगा। बाद में उन्होंने फिर कहा एक। उनके बीच समन्वय की साफ तौर पर कमी है। उधर नंदी ने कहा कि सभी घरों को एक साथ नहीं तोड़ा जाएगा फिलहाल सिर्फ एक ही घर गिराया जाएगा।