सबक सिखाना जरूरी सीटा के युवा प्रेसीडेंट मुकेश सिन्हा ने पत्रिका से बातचीत में चीनी उत्पादों के पूर्ण बहिष्कार पर जोर दिया और लोगो से स्वदेशी अपनाने का आह्वान किया । उन्होंने कहा कि चीन ने भारतीय सैनिकों को मार डाला । हमें भी चीन को व्यापार मेंसबक सिखाना चाहिए ।
डिमांड ज्यादा , नुकसानदायक भी इजरा स्ट्रीट में इलेक्ट्रिक उत्पादों के विक्रेताओं ने कहा कि चीन के सामान की डिमांड ज्यादा है। जब कि चीनी उत्पाद देश की अर्थव्यवस्था के लिए हानिकारक है। सीटा के सचिव उमाकांत अग्रवाल का कहना है कि चाइनिज लाइटें कम हुई है। चीन का कारोबार भी कम हुआ है।
बहिष्कार की मुहिम फ़ेल इलेक्ट्रिक उत्पाद विक्रेता संदीप साव का कहना है कि चीनी उत्पादों के दाम कम होने और क्वालिटी बेहतर होने से लोगों में इसकी मांग अभी भी ज्यादा है। उनका कहना था कि तमाम विरोधों के बावजूद अभी भी चीन से माल की सप्लाई हो रही। वे इम्पोर्टर से चाइनिज माल मंगाते हैं। संदीप ने यहां तक कहा कि चीनी सामानों के बहिष्कार की मुहिम फेल हो गई। उनके शब्दों में ़शोरूम में लगने वाले कन्शील्ड आइटम, फ्लड लाइट, झालर भारत में नहीं बनते। ये सब सामान चीन से ही आते हैं।
बिक्री मे तेजी आई राजू इलेक्ट्रिक्लस के संचालक श्यामकुमार भगत ने कहा कि चीन की रंगीन लाइटों से लेकर झालरें, नाइट लैंप आदि को लोग बड़े चाव से खरीदकर ले जा रहे हैं। चीनी रंगीन बल्बों वाली झालरों से लेकर रंगीन जाल, धार्मिक चिह्न वाली झालरें,भी खूब बिक रही है।