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कोलकाता

क्यों छोड़ू भाजपा- यशवंत सिन्हा

कहा, पार्टी में लोकतंत्र नहीं होता तो निकाल दिया गया होता

कोलकाताFeb 07, 2018 / 06:56 pm

Manoj Singh

kolkata west bengal
कोलकाता

पूर्व केन्द्रीय मंत्री और भाजपा के बागी नेता यशवंत सिन्हा ने पार्टी छोडऩे से इनकार कर दिया और भाजपा में लोकतंत्र होने का दावा भी किया। सिन्हा ने कहा कि वे भाजपा क्यों छोड़ेंगे। भाजपा छोडऩे का उनका इरादा नहीं है। वर्ष 2004 से 2014 तक उन्होंने पार्टी के लिए लड़ाई की है। पार्टी ने जो वादा किया है उसे पूरा करें। ऐसा नहीं कर रही है। इस लिए वे पार्टी का विरोध कर रहे हैं। पार्टी को सही रास्ते पर लाना हमारा काम है। वे खुद से पार्टी नहीं छोड़ेंगे। पार्टी चाहे तो उन्हें निकाल दे। वे कलकत्ता चेम्बर ऑफ कॉमर्स की ओर से केन्द्रीय बजट पर आयोजित परिचर्चा में हिस्सा लेने के बाद संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे। इस मौके पर तृणमूल कांग्रेस सांसद दिनेश त्रिवेदी, चेम्बर अध्यक्ष राजेन्द्र खण्डेलवाल सहित अन्य लोग गणमान्य लोग उपस्थित थे। एक सवाल के जवाब में सिन्हा ने कहा कि यह सवाल जा कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमित शाह से पूछा जाए कि वे उन्हें पार्टी से उन्हें क्यों नहीं निकाल रहे हैं। इस दौरान उन्होंने भाजपा में लोकतंत्र होने का दावा किया। उन्होंने कहा कि पार्टी के केन्द्रीय नेता सही कहते हैं कि पार्टी में लोकतंत्र है। अगर ऐसा नहीं होता तो इतना विरोध करने पर अब तक वे पार्टी में बने हुए नहीं होते। उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया होता।
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पार्टी में नहीं उठाई बात

इस दिन यशवंत सिन्हा ने कहा कि वे पार्टी के भटकने का मुद्दा भाजपा के अंदर नहीं उठाया। उन्होंने पार्टी के अंदर इस मुद्दे को नहीं उठाने का कारण भी बताया। उन्होंने कहा कि दिसंबर 2016 को उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिल कर बातचीत करने का समय मांगा। लेकिन उन्होंने मिलने का समय नहीं दिया। उसके बाद उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को कई बार पत्र लिखा। लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। इससे हम क्या समझे। इस लिए इस मुद्दे को पार्टी के भीतर नहीं उठाया और सार्वजनिक तौर पर पार्टी की गलत नीतियों का विरोध करना शुरू कर दिया। अब राष्ट्रीय मंच के बैनर तले आंदोलन शुरू किया है। इसमें सभी पार्टी के नेता शामिल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय मंच कोई संगठन नहीं है और न ही इसका कोई सदस्य है। यह आंदोलन है और देश के हित में सभी दलों के नेता इसमें हिस्सा ले रहे हैं।
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झूठा प्रचार किया जा रहा

इस दौरान यशवंत सिन्हा ने केन्द्रीय बजट को भाजपा का चुनावी घोषणा पत्र करार दिया। उन्होंने कहा कि बजट में किसानों की आय दो गुना करने की बात कही गई है। भाजपा अपने चुनावी घोषणा पत्र में भी यही कही थी। लेकिन चार सालों में किसानों की 1.38 प्रतिशत आय घट गया है। यह बजट नहीं चुनावी घोषणा पत्र है। भाजपा और केन्द्र सरकार को चार साल बाद किसानों की याद आई है। बजट में वही सब है जो भाजपा ने चार साल पहले अपने चुनावी घोषणा पत्र में कहा था। सरकार उपलब्धि की बात नहीं कर रही है,बल्कि लोगों के दिलो दिमाग में जगह बनाने के झूठा प्रचार किया जा रहा है।
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