प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने सीएम ममता बनर्जी के करीबी रहे कोलकाता के पूर्व मेयर शोभन चटर्जी के भाजपा में शामिल होने का स्वागत किया, लेकिन नारद रिश्वत स्टिंग ऑपरेशन मामले में उन्हें क्लीन चिट नहीं दी।
पश्चिम बंगाल प्रदेश भाजपा मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में दिलीप घोष ने बुधवार को कहा कि उनसे बात करके ही शोभन चटर्जी को पार्टी में शामिल किया गया है। उन्हें तीन दशक तक राजनीति करने का अनुभव है। उनके राजनीतिक अनुभव से पार्टी को लाभ होगा। इस लिए उन्हें पार्टी में शामिल किया गया है। लेकिन हम उन्हें नारद मामले में उन्हें क्लीन चिट नहीं दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बंगाल में ऐसी स्थिति हो गई है कि यहां के अधिकतर नेताओं पर भिन्न तरह के आरोप लगे हैं। हम सभी जानते हैं कि शोभन चटर्जी ने रिश्वत ली है, सभी ने वीडिया फुटेज में उन्हें रिश्वत लेते देखा है, हम लोगों ने ही उन पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया और उनके खिलाफ हाई कोर्ट में मामला भी किया।
लेकिन कोर्ट ने उन्हें दोषी करार नहीं दिया है। जब तक कोर्ट उन्हें दोषी नहीं ठहराता है तब तक हम भी उन्हें आरोपी मानेंगे और जब कोर्ट उन्हें दोषी ठहराएगा तो पार्टी भी उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी।
जब उनसे पूछा गया कि भाजपा को क्या स्वच्छ नेता नहीं मिल रहे हैं। इसके जवाब में दिलीप घोष ने कहा कि भाजपा में आरोपी नेताओं के अलावा निर्मल छवि वाले नेता भी आ रहे हैं, लेकिन वे उपयुक्त नहीं हैं। जिस दिन पार्टी में उपयुक्त नेता हो जाएंगे तो आरोपी नेताओं को पार्टी में लेना बंद कर दिया जाएगा। भाजपा में आने के बाद सभी हमारी संस्कृति में ढल जाते हैं और उनके काम करने का तरीका बदल जाता है।
आयकर नोटिस को ले कर ममता कर रही है गुमराह
दिलीप घोष ने कहा कि आयकर विभाग ने पूजा कमेटियों को नोटिस नहीं दिया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पूजा कमेटियों को आयकर विभाग की ओर से नोटिस भेजने का मुद्दा उठा कर लोगों को भ्रमित कर भाजपा को बदनाम कर रही हैं।
आयकर विभाग पूजा कमेटियों को नोटिस नहीं दिया है, बल्कि दुर्गा पूजा कमेटियों के लिए पण्डाल और सजाने वाले डेकोरेटरों को आयकर विभाग ने नोटिस भेजा है। वे लाखों-लाखों रुपए आय करते हैं और कर नहीं देते। अगर आयकर विभाग उन्हें नोटिस भेज रहा है तो इसमें ममता बनर्जी को किस बात की आपत्ति है।