डीसीपी ने बताया कि गत 13 मार्च को शुभ्रज्योति का विवाह उत्तरापाड़ा निवासी चंदना चटर्जी उर्फ पूजा के साथ हुआ था। शादी के कुछ दिन बाद पूजा अपनी सहेली शर्मिष्ठा के घर गई थी। इधर एक मई को शुभ्रज्योति पानीहटी से लापता हो गया। इस बाबत शुभ्रज्योति के परिजनों ने खड़दह थाने में पूजा और उसकी सहेली शर्मिष्ठा के खिलाफ एक मामला भी दर्ज करवाया।
दिया शर्मिष्ठा को कुप्रस्ताव
इसी बीच पूजा की सहेली शर्मिष्ठा भास्कर के प्रति शुभ्रज्योति को विशेष आकर्षण हो गया। उसने शर्मिष्ठा को कुप्रस्ताव दे दिया। शर्मिष्ठा के पति सुबीर अधिकारी को जब इस बात की जानकारी हुई तो उसने पूजा और शर्मिष्ठा के साथ षड्यंत्र कर शुभ्रज्योति को कोननगर के धरसा इलाके में ले जाकर उसका सिर धड़ से अलग कर दिया। सबूत मिटाने के उद्देश्य से सुबीर शव के धड़ को पैडल वैन पर लादकर पुराने दिल्ली रोड इलाके में लाया और फैक्ट्री की दीवाल के पास नाले में फेंक दिया।
सुबीर एक आपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति
डा. अरविंद आनंद ने बताया कि सुबीर एक आपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति है। कुछ दिन पहले ही वह जेल से जमानत पर बाहर निकला था। वह अक्सर अपराध से जुड़े सीरियल देखता था। हत्या में सुबीर ने धारदार हथियार का उपयोग किया था। शुभ्रज्योति के सिर से धड़ को अलग करने के बाद सुबीर ने सिर को गंगा नदी के किनारे फेंक दिया और धड़ को पुरानी दिल्ली रोड के किनारे बने कारखाने के पास लाकर पटक दिया। हत्या से पहले शुभ्रज्योति को शराब पिलाई गई थी। यह मामला पुलिस के लिए भी काफी चुनौतीपूर्ण था। लेकिन श्रीरामपुर थाना प्रभारी दिव्येंदु दास, एसीपी (2) शुभोजित और मामले के जांच अधिकारी अनिमेष हजारी की टीम वर्क से यह मामला इतनी जल्दी सुलझ गया।