सबसे कम उम्र की अंगदाता बनी मधुस्मिता मधुस्मिता के पिता दिलीप बायन ने कहा कि 12 वर्षीय मधुस्मिता बचपन से ही कई रोगों से पीडि़त थी। बचपन से ही उसका इलाज चल रहा था। मधुस्मिता के परिजनों ने उसका इलाज दक्षिण भारत में भी कराया, पर मधुस्मिता ठीक नहीं हो पाई। गत 12 अक्टूबर को पेट दर्द की शिकायत से मधुस्मिता को दुर्गापुर मिशन अस्पताल में भर्ती कराया गया था। गत 16 नवम्बर को डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बारह वर्षीय मधुस्मिता की मौत के बाद डॉक्टरों ने उसके अभिभावकों को अंग दान की सलाह दी। उसके परिजन मान गए व यह तय किया कि मधुस्मिता की दोनों किडनियां, 2 कॉर्निया व लीवर एसएसकेएम में अंगदान के लिए भेजे जाएंगे।पहली बार महानगर से 170 किलोमीटर दूर से प्रत्यारोपण के लिए अंग कोलकाता के एसएसकेएम में लाए जाएंगे। एसएसकेएम में अंग प्रत्यारोपण के लिए सारी तैयारियां हो चुकी है।