बता दें कि स्कूल भवन की जजर्र स्थिति को देखते हुए जब पालक व स्कूल प्रबंधन समिति तत्कालीन कलेक्टर से मिलकर अपनी बात रखी तो उन्होने मौके का निरीक्षण करते हुए इसे डिस्मेंटल करने की बात कही थी। वही, यहाॅ अध्यनरत छात्र-छात्राओं को पास के ही टाउनहाॅल में बैठाने उचित व्यवस्था करने के निदेर्श भी दिए गए थे। लेकिन उनके यहाॅ से स्थानंतरण होने के बाद कुछ छात्रों को व्यवस्था बनाने के लिए टाॅउनहाॅल में बैठाया जा रहा है।
व्यवस्था के नाम पर जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाले टाउनहाॅल में कक्षाएं तो संचालित की हो रही है। लेकिन जब यहाॅ भवन भी विभिन्न आयोजनों के लिए बुक होता है तो छात्रों को मजबूरी में जजर्र भवन में ही बैठना पड़ता है। यही नहीं एनसीसी मैदान परिसर में अक्सर कुछ न कुछ आयोजन होते रहते है। जिससे विद्याथिर्यों को कई तरह की समस्याओं से जूझना पड़ता है। टैक्स के नाम पर पालिका के खाते में राशि तो जमा हो जाती है, लेकिन इन विद्याथिर्यों का क्या जो इसी परिसर से सटकर बने स्कूल भवन में अध्यनरत है। यहाॅ होने वाले आयोजन के बाद फैली गंदगी से आने वाली बदबू भी बच्चों की परेशानी का एक बड़ा कारण है।