scriptकरवाचौथ : पत्नी आवाज सुनकर व्रत तोड़ सके इसलिए पेड़ों पर मोबाइल लटकाकर रख रहे जवान | Karwa Chauth 2019: ITBP Jawan hang mobile on tree vrat pooja | Patrika News
कोंडागांव

करवाचौथ : पत्नी आवाज सुनकर व्रत तोड़ सके इसलिए पेड़ों पर मोबाइल लटकाकर रख रहे जवान

Karwa Chauth 2019: जहां एक ओर पूरा देश करवा चौथ मना रहा है, वहीं देश की रक्षा करने वाले जवानों की कुछ अलग स्थिति है।

कोंडागांवOct 17, 2019 / 09:27 am

Akanksha Agrawal

करवाचौथ : पत्नी आवाज सुनकर व्रत तोड़ सके इसलिए पेड़ों पर मोबाइल लटकाकर रख रहे जवान

करवाचौथ : पत्नी आवाज सुनकर व्रत तोड़ सके इसलिए पेड़ों पर मोबाइल लटकाकर रख रहे जवान

कोंडागांव. गुरूवार 17 नवंबर को पूरा देश धूमधाम से करवा चौथ का त्यौहार मना रहा है। इस दिन पत्नी अपने पति की लंबी उम्र के लिए पूरा दिन निर्जला व्रत रखती हैं और करवा चौथ की रात चांद निकलने के बाद अपने पति का दीदार करके ही अपना व्रत तोड़ेंगी। जहां एक ओर पूरा देश करवा चौथ मना रहा है, वहीं देश की रक्षा करने वाले जवानों की कुछ अलग स्थिति है।

करवाचौथ : पत्नी आवाज सुनकर व्रत तोड़ सके इसलिए पेड़ों पर मोबाइल लटकाकर रख रहे जवान

छत्तीसगढ़ के धूर नक्सल क्षेत्र बस्तर संभाग में तैनात अर्धसैनिक बल के जवान करवा चौथ के दिन अगर अपनी पत्नी से बात हो जाए तो अपने आप को खुशनसीब समझतेहैं। दरअसल बस्तर संभाग में फोन का नेटवर्क कमजोर होने के कारण देश के अलग-अलग हिस्सों में तैनात जवान अपनी पत्नीयों से बात नहीं कर पाते हैं। इसलिए करवा चौथ पर अपनी पत्नीयों से बात करने के लिए आईटीबीपी के जवान जुगाड़ का इस्तेमाल कर रहे हैं।

करवाचौथ : पत्नी आवाज सुनकर व्रत तोड़ सके इसलिए पेड़ों पर मोबाइल लटकाकर रख रहे जवान

कोंडागांव से 40 किमी दूर हडेली में तैनात आईटीबीपी के 41वीं बटालियन के जवान करवा चौथ से पहले ही इसकी तैयारी शुरू कर दी है। हडेली सीओबी के कमांडर एवं असिस्टेंट कमांडेट सुरेश यादव ने बताया कि अंदरूनी इलाके में हर वक्त नेटवर्क की समस्या रहती है। यहां दो-चार ऐसे प्वाइंट हैं जहां थोड़ा नेटवर्क आता है। ऐसे में स्मार्टफोन को लटकाकर ब्लू टूथ की मदद से बात करने की कोशिश करते हैं।

करवाचौथ : पत्नी आवाज सुनकर व्रत तोड़ सके इसलिए पेड़ों पर मोबाइल लटकाकर रख रहे जवान

पहले एक डिब्बे में मोबाइल को पेड़ के सहारे ऊंचाई पर लटकाया जाता है। 50 मीटर तक रस्सी के सहारे लटकाने पर कई बार नेटवर्क मिलता है। वे नंबर डायल कर फोन डिब्बे में डालकर तेजी से रस्सी को खींचकर फोन को ऊपर उठाते हैं। फोन ब्लू-टूथ से कनेक्ट रहता है। नेटवर्क मिलने पर रिंग होती है और बात हो जाती है। कई बार एक-दो मिनट तक बात हो जाती है, अगर किस्मत सही रही तो पांच-दस मिनट तक यह सिलसिला चलता है।

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