घटना के दो महीने बाद भी जब इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की तब पीड़िता के पिता ने भी आत्महत्या करने की कोशिश की। इसकी खबर दिखाए जाने के बाद कोंडागांव पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने तत्काल धनोरा थाना पहुंच कर मामले को संज्ञान में लिया गया और घटनास्थल पहुंच कर कार्रवाई शुरू की। कांकेर डीआईजी संजीव शुक्ला ने धनोरा थाना पहुंच कर घटना की जानकारी ली है।
धनोरा थाना क्षेत्र में दो महीने पहले गैंगरेप के बाद आत्महत्या (girl suicide) करने वाली युवती का शव कब्र से निकाला गया है. कांकेर से पहुंची फॉरेंसिक टीम द्वारा जांच की जा रही है और शव को बिसरा लैब भेजा जा रहा है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस पीड़ित परिवार के सदस्यों से पूछताछ कर रही है।
लगातार आ रहे मामले सामने
कोंडागांव जिले से यह दूसरी घटना है। इससे पहले एक तारिख को भी एक महिला से गैंगरेप (Keshkal gang rape)का मामला सामने आया था। ट्रक चालक, कंडेक्टर और हेल्फर तीनों ने लिफ्ट देने के नाम से एक महिला को कोंडागांव से बैठाया और सिलतरा ले जाकर 3 दिन तक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। पीड़िता के शिकायत के बाद सिलतरा पुलिस ने जीरो में केस दर्ज किया था जिसके बाद तीन अक्टूबर को केशकाल पुलिस ने तीनों आरोपी के खिलाफ गैंगरेप का केस दर्ज कर रिमांड में भेजा है।