अपने-अपने वोटर व आधारकार्ड लेकर आए
इसी बीच मेरी मुलाकात बलराम मंडावी से हुई मैने उनसे उनका हालचाल पूछते हुए अपना परिचय दिया। इसके बाद बलराम ने यहॉ रहने वाले कुछ परिवारों को और बुलवा लिया और फिर फुलसिंग मंडावी, सुखदेव, मालबती, गंगदई कर्रोम, सुखियारी बाई सहित अन्य पीडि़त परिवारों से चर्चा में पता चला कि, उनका नाम बफना पंचायत के वोटरलिस्ट में नहीं जुड़ पाया हैं। और वे इस बार अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं कर पाने की बात कहते रहे। इसी बीच मैने जब सभी से उनका वोटर आईडी व आधारकार्ड दिखाने की मांग की तो उन्होंने अपने-अपने वोटर व आधारकार्ड लेकर आए जिन्हें वे अपने पुराने गांव को छोड़ते समय संजोकर अपने साथ रख लिए थे। इन लोगों को तो यह भी किसी ने नहीं बताया कि, इनका नाम पुराने इलाके से कटकर नई जगह जुड़ पाया है कि नहीं। हालांकि इन्ही परिवारों में कुछ ने बताया कि, उनका नाम यहॉ जुड गया हैं। और वे बफना मतदान में ही अपने नेता का चुनाव करने जाएंगे।
विकास के नाम पर वोट करना चाहता है पीडि़त परिवार
जिनका नाम जुड़ गया उन लोगों ने बताया कि, वर्ष 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में उन्होंने नारायणपुर विधानसभा के प्रत्याशियो को अपना वोट दिया था, लेकिन पहली दफे वे अब कोण्डागांव विधानसभा में अपना नेता चुनेगें। इनकी माने तो जो माओवादियों का खात्मा कर माओवाद प्रभावित इलाकों में विकास लाएगा ऐसी सरकार चुनने के लिए वो वोट करना चाहते हैं।
वोटर आईडी कार्ड का वितरण कर दिया जाएगा
एसडीएम टेकचंद अग्रवाल ने बताया कि, पीडि़त परिवारों के नाम जोडऩे की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है उन्हें जल्द ही वोटर आईडी कार्ड का वितरण कर दिया जाएगा।