दर्री बरॉज पुल पर बढ़ते वाहनों के दबाव को देखते हुए शासन ने इसके समानान्तर पुल की स्वीकृति दी थी। 22 करोड़ के इस पुल का निर्माण 2016 अप्रैल में शुरू किया गया था। ठेकेदार ने शुरू से ही निर्माण कार्य करने में गंभीरता नहीं दिखायी। बीच में कई महीने तक इसके काम को बंद रखा गया।
स्पीड नहीं बढ़ता देख सेतु निगम ने ठेकेदार को नोटिस भी जारी किया गया। इसके बाद भी काम शुरू नहीं होने पर लगातार दो नोटिस और भी दिए गए। उसके बाद कहीं जाकर काम शुरू हुआ तो वह भी सुस्त गति से। फिर बारिश सीजन के बाद भी काम बंद रखा गया।
Photo Gallery : 20 साल पुरानी एमपीनगर की सीवरेज लाइन तोड़ रही दम, निगम के पास फंड का रोना पुल में कुल 26 पिलर तैयार होने हैं। जिसमें 16 तैयार हो चुके हैं। जबकि 10 पिलर पर काम अभी होना है। लेकिन काम सुस्त गति से होने की वजह से यह जून तक हो पाना मुश्किल नजर आ रहा है। जून तक अगर यह काम नहीं होता है तो फिर अक्टूबर तक काम रोकना पड़ेगा। फिर पिल्लर के काम मेें देरी होगी। कुल मिलाकर पुल के निर्माण में साल भर की देरी हो सकती है। ऐसे में विभाग की कोशिश है कि जून तक यह काम पूरा हो सके।
दर्री बरॉज पुल की अवधि समाप्त, जर्जर स्थिति में स्ट्रक्चर
वर्तमान में जिस दर्री बरॉज पुल पर अभी वाहनों की आवाजाही होती है वह काफी जर्जर स्थिति में है। इस पुल पर मार्ग को एक सर्विस रोड की तरह बनाया गया था। बाद में इसे मुख्यमार्ग की तरह इस्तेमाल किए जाने लगा। पुल के जर्जर होने की वजह से डेम पर भी खतरा मंडरा रहा है। भारी वाहनों को इसी पुल से गुजारा जा रहा है।
जून तक सभी पिलर तैयार करने के लिए ठेकेदार को कहा गया है। ताकि बारिश से पहले आधा काम हो सके। अगर इसमें देरी होगी तो ठेकेदार पर कार्रवाई की जाएगी- एके जैन, एसडीओ, सेतु निगम कोरबा