जिस त्रुटि के लिए बीयू दे चुका बोनस अंक, उसके लिए अब ज्ञापन सौंपकर श्रेय लेने की होड़
जिले में सक्रिय और पीजी कॉलेज की दो बार की विजेता छात्र संगठन एकता पैनल
ने प्राचार्य को बिलासपुर विश्वविद्यायल के नाम ज्ञापन सौंपकर एक ऐसी मांग
की है
BU has given bonus points for the error, he sent a memorandum to the now vying to take credit
कोरबा. जिले में सक्रिय और पीजी कॉलेज की दो बार की विजेता छात्र संगठन एकता पैनल ने प्राचार्य को बिलासपुर विश्वविद्यायल के नाम ज्ञापन सौंपकर एक ऐसी मांग की है, जिसपर जांच के बाद फैसला भी हो चुका है।
बीयू की परीक्षाऐं काफी दिनों तक स्थगित रहीं। इसके बाद दोबारा जब परीक्षा शुरू हुई तो कुछ प्रश्न पत्रों में त्रुटि पाई गई। जिसकी शिकायत हुई, शिकायत को गंभीरता से लेते हुए बीयू ने इसका निराकरण कर दिया और बोनस अंक देने की घोषणा कर दी।
अब एकता पैनल द्वारा इस निराकृत मुद्दे पर ज्ञापन सौंपकर कहा गया है कि प्रश्न पत्र की जांच कराई जाए और बोनस अंक दिया जाए।
तीन बार जांच के बाद हुआ निर्णय, 7 अपै्रल को आदेश जारी
छात्र नेताओं द्वारा विश्वविद्यालय के समक्ष जो शिकायत 12 अपै्रल को की गयी है। उस पर बीयू द्वारा 7 अप्रैल को ही निर्णय लिया जा चुका है। इस आशय का आदेश भी जारी किया जा चुका है। जो बीयू की वेबसाईट पर भी उपलब्ध है। इसके पहले 4 अप्रैल को विद्यार्थी परिषद द्वारा एम कॉम पूर्व और बीबीए में पूछे गए त्रुटिगत प्रश्नो पर बोनस अंक देने की मांग की गई थी। जिस पर विश्वविद्यालय ने पत्र जारी कर अनुपातिक बोनस अंक देने का निर्णय लिया है। विश्वविद्यालय द्वारा जांच समिति गठित कर एम कॉम पूर्व के पर्चे के प्रश्न क्रमांक 7,8 की 3 बार जांच की गई है। प्रश्न क्रमांक 7 में त्रुटि की पुष्टि होने पर विश्वविद्यालय ने अनुपातिक बोनस अंक देने का फैसला किया है। जिसकी एक प्रति जिले के बद्री अग्रवाल को भी भेजी गई थी।
इन्होंने सौंपा ज्ञापन
पीजी कॉलेज में पिछले दो बार की विजेता छात्र संगठन छात्र एकता पैनल ने प्राचार्य आरके सक्सेना को ज्ञापन सौंपा है।
जिसमें पूर्व अध्यक्ष रवि सोनी, कुसुम सागर, मंजू आदि के हस्ताक्षर हैं।
कर रहे राजनीति
इस संबंध में एबीवीपी के नगर सह संयोजक बद्री अग्रवाल का कहना है कि जो मांग पूरी हो चुकी है। उसके संबंध में ज्ञापन सौंपना बेवकूफाना हरकत है। एकता पैनल को छात्रहित कि चिंता होती तो वह पहले ही ज्ञापन सौंपते। वे सिर्फ राजनीति कर रहे हैं। एबीवीपी की लोप्रियता से घबराए हुए हैं।
अब चुनाव की है तैयारी
कॉलेजों में इस दिनों परीक्षाओं का समय चल रहा है। छात्रसंघ के प्रतिनिधियों का मौजूदा कार्यकाल भी लगभग समाप्त हो चुका है। नए सत्र में फिर से कॉलेजों में चुनाव होंगे। सभी छात्रनेता एक फिर चुनाव की तैयारी में लग चुके हैं। ऐसा कोई भी मौका वह नहीं छोडऩा चाहते जिसका फायदा चुनाव में मिलेगा। मौजूदा मामले में एबीवीपी ने पहले ही शिकायत कर बाज़ी मार ली है। जिसके कारण अब बात प्रतिष्ठा पर आ गई है। एकता पैनल के कार्यकर्ता पीजी कॉलेज में सबसे ज्यादा सक्रिय जरूर रहते हैं। लेकिन यहंा वह पिछड़ गए हैं। जिसके कारण एबीवीपी को एक मुद्दा मिल गया है। जिसे वह निश्चित तौर चुनाव में इस्तेमाल करेंगे।
मामले का निराकरण हो चुका
एम कॉम पूर्व के पर्च में प्रश्न क्रमांक 7 में त्रुटि पाई गई थी। जिसके बाद इसके लिए अनुपातिक बोनस अंक देने का फैसला किया जा चुका है। प्रश्न 8 में कोई त्रुटि नहीं है। जांच भी की गई थी। इस मामले का निराकरण विश्वविद्यालय स्तर पर हो चुका है।
-यूके श्रीवास्तव, परीक्षा नियंत्रक