आदिवासियों ने भरी हुंकार, अपने हक की 22 मांगों को लेकर सड़क पर उतरे हजारों लोग देश में क्रिकेट को धर्म कहा जाता है और ऊर्जाधानी में भी इसकी दीवानगी कुछ कम नहीं है, लेकिन जिले में सीनियर टीम से क्रिकेट खेलने वाले खिलाडिय़ों की संख्या में गिरावट दर्ज हुई है। गुरुवार को केडीसीए द्वारा आयोजित चयन प्रक्रिया में ऐसे कई खिलाड़ी शामिल ही नहीं हुए जिन्होंने पिछले सत्र में अच्छा प्रदर्शन किया था। पिछली बार के कोरबा जिले के कप्तान ने भी इस वर्ष ट्रायल नहीं दिलाया। हालांकि इस वर्ष लाल मैदान पर टर्फ विकेट भी तैयार किया गया है, जिस पर चयन प्रक्रिया का आयोजन किया गया।
दूसरे जिले के खिलाडिय़ों को इस वर्ष मौका नहीं
ट्रायल में कम खिलाडिय़ों के शामिल होने के पीछे केडीसीए द्वारा तर्क दिया जा रहा है कि इस वर्ष अन्य जिले के खिलाडिय़ों को कोरबा से ट्रायल देने की अनुमति नहीं दी गई है। इसके अलावा इस वर्ष केवल ऐसे खिलाड़ी ही चयन में शामिल हुए हैं, जो पिछली दफा सलेक्ट हुए थे या फिर जो अपने-अपने क्षेत्र में महारथ रखते हैं। हालांकि समय से पहले ट्रायल का व्यापक प्रचार प्रसार नहीं किए जाने को भी इसका एक कारण माना जा सकता है। ट्रायल में ज्यादातर खिलाड़ी शहरी क्षेत्रों से ही थे।
रायपुर भेजे जाने का लक्ष्य रखा गया था।