यह पेंच भी फंसा
गेरवाघाट पुल का निर्माण वर्ष 2012 में ही पूरा कर लिया था। काम लोक निर्माण विभाग सेतु निगम ने किया था। लेकिन किसी कारणपश एप्रोच रोड निर्माण के लिए तीन साल बाद इसके एप्रोच रोड का प्रस्ताव तैयार हुआ। पुराने ठेके में राताखार छोर का एप्रोच रोड भी शामिल था। ठेका कंपनी उत्तम कॉन कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड रायपुर ने काम ही नहीं कराया। जिसके कारण सेतु निगम ने भुगतान रोक दिया था। इसे लेकर ठेका कंपनी ने हाईकोर्ट में मामला दायर किया है। जिसके कारण अब एप्रोच निर्माण के लिए पेंच फंसा हुआ है।