डीईओ ने उमावि साडा कन्या में सुबह १०:३० से १२:३० तक पाली, पोड़ी और पाली तो एक से ३:३० बजे तक कोरबा व कटघोरा के हाई व हायर सेकेंडरी स्कूल के प्राचार्यों की मीटिंग रखी थी। इसके बाद ३:३० से ५:३० तक जिले के पांचो बीईओ व संकुल समन्वयकों की बैठक रखी गई थी। संकुल समन्वयकों ने बताया कि बैठक के बाद सभी ने समस्या वाला ज्ञापन सौंपते हुए डीईओ को अपनी समस्या बतानी चाही। लेकिन डीईओ ने कहा कि फिलहाल आपकी समस्या नहीं सुनी जाएगी। इसी बात पर संकुल समन्वकों और डीईओ में ठन गई। सभी संकुल समन्वयकों ने ज्ञापन में इस्तीफे की बात लिख कर सभी ने हस्ताक्षर भी कर दिया।
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रात 10 बजे के बाद बल्क में मैसेज नहीं भेज सकेंगे, धार्मिक जगहों पर राजनीतिक गतिविधियों पर रहेगी रोक -किसी की समस्या नहीं सुनी जाएगी ऐसी कोई बात नहीं है। सभी की परेशानी सुनकर उनका समाधान भी किया जाएगा। शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार कैसे लाएं पूरा फोकस इसी बात पर है- सतीश पाण्डेय, डीईओ, कोरबा -पिछले दो वर्षों से सीएसी को कोई टीए डीए नहीं मिल रहा है, स्टेशनरी व्यय भी नहीं दिया जाता। कई तरह की समस्या है। जब डीईओ को इन समस्या से अवगत कराने का प्रयास किया तो उन्होंने सुनने से इंकार कर दिया। डीईआ का रवैया तानाशाह जैसा है- तरूण राठौर, सीएसी व जिलाध्यक्ष, छत्तीसगढ़ शिक्षक संघ