उल्लेखनीय है कि सीबीएसई द्वारा 2009 में स्कूलों में मोबाइल लाने पर भी प्रतिबंध लगाया जा चुका है। वहीं इस वर्ष भी स्कूलों में छात्रों की सुरक्षा के लिए भी विशेष दिशा-निर्देश जारी किए थे। सीबीएसई का कहना है कि छात्रों द्वारा इंटरनेट की सही और सुरक्षित उपयोगिता की निगरानी स्वयं प्रबंधन द्वारा की जाए ताकि छात्र इंटरनेट पर दुव्र्यवहार, साइबर बुलिंग, धोखाधड़ी का शिकार न होने पाये।
छात्र फर्जी मेल आईडी न बनाए या शैक्षणिक उद्देश्य के इतर अन्य कार्यों के लिए इंटरनेट का प्रयोग न करें। स्कूलों की वेबसाइट पर वीडियो और डिजिटल सामग्रियों के प्रयोग से बचने कहा गया है।
इस बीच ब्लू ह्वेल चैलेंज गेम के मामले में छत्तीसगढ़ शासन के लोक शिक्षण संचालनालय ने भी सभी डीईओ को पत्र लिख कर पालकों की बैठक बुलाने व इस बच्चों द्वारा उपयोग किए जा रहे इंटरनेट पर निगाह रखने के लिए कहा गया है।
छात्र फर्जी मेल आईडी न बनाए या शैक्षणिक उद्देश्य के इतर अन्य कार्यों के लिए इंटरनेट का प्रयोग न करें। स्कूलों की वेबसाइट पर वीडियो और डिजिटल सामग्रियों के प्रयोग से बचने कहा गया है।
इस बीच ब्लू ह्वेल चैलेंज गेम के मामले में छत्तीसगढ़ शासन के लोक शिक्षण संचालनालय ने भी सभी डीईओ को पत्र लिख कर पालकों की बैठक बुलाने व इस बच्चों द्वारा उपयोग किए जा रहे इंटरनेट पर निगाह रखने के लिए कहा गया है।
ब्लू ह्वेल गेम से दूर रखें बच्चे- ब्लू ह्वेल गेम से मुम्बई और इंदौर में हुई खुदकुशी की घटना से प्रशासन चिंतित है। कलेक्टर ने स्कूल के शिक्षकों से कहा है कि वे बच्चों को इस गेम से दूर रहने के लिए कहे। इस मामले में कई घटनाओ को देखते हुए पुलिस ने एक पत्र कलेक्टर को लिखा है और इस पत्र में आवश्यक कदम उठाने की मांग की गई थी।