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कोरबा

सीबीएसई के एडीशनल डायरेक्टर भड़के, संबद्ध सभी स्कूलों के प्राचार्यों को लगाई फटकार, पढ़ें खबर

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) से संबद्ध सभी स्कूलों में इंटरनेट के उपयोग के तौर-तरीकों पर और सख्त पहरा बैठा दिया गया है।

कोरबाAug 20, 2017 / 10:47 am

Shiv Singh

सीबीएसई के एडीशनल डायरेक्टर भड़के, संबद्ध सभी स्कूलों के प्राचार्यों को लगाई फटकार, पढ़ें खबर

file photo

कोरबा. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) से संबद्ध सभी स्कूलों में इंटरनेट के उपयोग के तौर-तरीकों पर और सख्त पहरा बैठा दिया गया है। बच्चों को उनकी उम्र के अनुसार ही पहले से सलेक्टेड वेबसाइट से शिक्षाप्रद सामग्री ले सकेंगे। स्कूल प्रशासन से कहा कि वे सभी कम्प्यूटरों में ऐसा मैकेनिज्म, साफ्टवेयर इंस्टाल करें तो प्रभावी तरीके से मॉनीटरिंग कर सके। नियम न मानने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी होगी।
सीबीएसई के एडीशनल डायरेक्टर ने इसके लिए स्कूल प्रबंधन को 18 सूत्री निर्देश जारी किया है। प्राचार्यों से कहा गया है कि स्कूल अपने स्तर से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज के सुरक्षित उपयोग पर पॉलिसी बनाने और उसे लागू करने के लिए कहा गया है।
बच्चों के लिए गलत संदेश व सामग्री परोसने वाली वेबसाइट को पूरी तरह से ब्लाक करने के लिए कहा गया है। स्कूलों की वेबसाइट पर वीडियो और डिजिटल सामग्रियों के प्रयोग से बचने कहा गया है। सीबीएसई के स्कूलों में अध्ययनरत बच्चों द्वारा उपयोग किए जाने वाले आईपैड, लैपटॉप, टेबलेट को लेकर सख्ती दिखायी है। बोर्ड की ओर से जारी दिशा-निर्देश में कहा गया है कि किसी भी तरह के गैजेट का प्रयोग यदि शैक्षणिक कार्यों में आवश्यक हो तो उसे बिना मंजूरी और वेरिफिकेशन के न लाया जाए। निर्देशों का पालन न होने की स्थिति में स्कूलों पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
उल्लेखनीय है कि सीबीएसई द्वारा 2009 में स्कूलों में मोबाइल लाने पर भी प्रतिबंध लगाया जा चुका है। वहीं इस वर्ष भी स्कूलों में छात्रों की सुरक्षा के लिए भी विशेष दिशा-निर्देश जारी किए थे। सीबीएसई का कहना है कि छात्रों द्वारा इंटरनेट की सही और सुरक्षित उपयोगिता की निगरानी स्वयं प्रबंधन द्वारा की जाए ताकि छात्र इंटरनेट पर दुव्र्यवहार, साइबर बुलिंग, धोखाधड़ी का शिकार न होने पाये।
छात्र फर्जी मेल आईडी न बनाए या शैक्षणिक उद्देश्य के इतर अन्य कार्यों के लिए इंटरनेट का प्रयोग न करें। स्कूलों की वेबसाइट पर वीडियो और डिजिटल सामग्रियों के प्रयोग से बचने कहा गया है।
इस बीच ब्लू ह्वेल चैलेंज गेम के मामले में छत्तीसगढ़ शासन के लोक शिक्षण संचालनालय ने भी सभी डीईओ को पत्र लिख कर पालकों की बैठक बुलाने व इस बच्चों द्वारा उपयोग किए जा रहे इंटरनेट पर निगाह रखने के लिए कहा गया है।
ब्लू ह्वेल गेम से दूर रखें बच्चे- ब्लू ह्वेल गेम से मुम्बई और इंदौर में हुई खुदकुशी की घटना से प्रशासन चिंतित है। कलेक्टर ने स्कूल के शिक्षकों से कहा है कि वे बच्चों को इस गेम से दूर रहने के लिए कहे। इस मामले में कई घटनाओ को देखते हुए पुलिस ने एक पत्र कलेक्टर को लिखा है और इस पत्र में आवश्यक कदम उठाने की मांग की गई थी।
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