प्रत्येक गली में सर्वे के लिए कहा गया है। इसमें मितानिन को अपने क्षेत्र में घर घर जाकर सर्दी, खांसी, बुखार या सांस लेने में तकलीफ वाले मरीजों को खोजने के लिए कहा गया है। कोरोना लक्ष्ण वाले मरीजों की जांच कराई जाएगी। वायरस की पुष्टि होने पर होम आइसोलेशन या कोविड केयर हॉस्पिटल में भर्ती करने का निर्णय लिया जाएगा।
प्रशासन की ओर से कहा गया है कि ठंड में बढ़ने के साथ वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में वृद्धि का अनुमान है। एक्सपर्ट कोरबा में कोरोना की दूसरी लहर की आशंका भी व्यक्त कर रहे हैं। अनुमान है कि दूसरी लहर से ठंड में मरीजों की संख्या रोजाना लगभग 450 के आसपास जाएगी। मृतकों की संख्या में भी बढ़ेगी।
स्वास्थ्य विभाग को कोविड हॉस्पिटल और स्याहीमुडी के आइसोलेशन सेंटर में और संसाधन की जरुरत होगी। इसे भांपते हुए स्वास्थ्य विभाग तैयारियों में जुटा हुआ है। दूसरी लहर के बाद वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में कमी की संभावना व्यक्त की गई है।
543 एक्टिव केस, 13 हजार से अधिक लोग वायरस की चपेट में
जिले में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। 13 हजार से अधिक लोग वायरस की चपेट में आ चुके हैं। जिले की अलग अलग अस्पतालों में वायरस से संक्रमित 79 मरीजों की मौत हो चुकी है। जबकि कोरबा जिले के मरीजों की मौत बिलासपुर और रायपुर के अस्पतालों में भी हुई है। इसे जोड़कर जिले में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 100 को पार कर गई है। कोविड हॉस्पिटल, आइसोलेशन सेंटर और होम आइसोलेशन में 543 मरीजों का इलाज किया जा रहा है।
स्थिति गंभीर होने पर अस्पताल पहुंच रहे मरीज
जिले में वायरस से संक्रमित मरीजों के लिए होम आइसोलेशन शुरू होने के बाद अस्पताल में मरीज गंभीर स्थिति में पहुंच रहे हैं। इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग की ङ्क्षचता बढ़ गई है। विभाग की ओर से बताया गया है कि पहले मरीज होम आइसोलेशन में रहकर इलाज करा रहे हैं। स्थिति बिगड़ने पर अस्पताल पहुंच रहे हैं। इससे हॉस्पिटल की आईसीयू में गंभीर मरीजों की संख्या बढ़ गई है। मृत्यु की संख्या में भी बढ़ोत्तरी हुई है।
संक्रमित मरीजों की पहचान के लिए हफ्ते में दो दिन डोर डोर मितानिन से सर्वे कराया जा रहा है। हाल के सर्वे में 700 से अधिक संदिग्ध मरीज मिले हैं।
-पदमाकर शिंदे, कार्यक्रम प्रबंधक, एनआरएचएम