घटना को अंजाम देने के बाद ट्रेलर चालक मौके से फरार हो गया। आसपास के अधिक संख्या में लोग मौके पर पहुंच गए। सड़क पर चक्काजाम कर दिया गया। १० लाख की मुआवजा और भारी वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध लगाने के नाम पर लोगों ने चक्काजाम कर दिया। कुसमुंडा पुलिस मौके पर पहुंची। लोगों को समझाइश देने का प्रयास किया गया।
Video- यहां के ग्रामीणों ने किया वोट का बहिष्कार, समझाइश के बाद भी नहीं माने ग्रामीण, ये है इनकी मांगे… चार घंटे बाद भी स्थानीय लोगों ने जाम समाप्त नहीं किया गया। देखते-देखते सड़क पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। ५ सौ से ज्यादा लोग शाम पांच बजे तक सड़क पर बैेठे रहे। एसईसीएल प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी भी की गई। पुलिस ने समझाईश भी दी, उसके बाद भी लोग नहीं माने। देर शाम लगभग 7.30 बजे तक चक्काजाम रहा। बोधराम कंवर, गोविंद सिंह राजपूत, दर्री सीएसपी पुष्पेंद्र सिंह बघेल मौके पर पहुंचे। लोगों को समझाइश दिया गया। इसके बाद भी आक्रोशित लोगों ने एसईसीएल के अधिकारियों को मौके पर बुलाने की बात कही। बाद में सवा लाख रुपए मुआवजा तत्काल दिया गया और मृतक के पुत्र को किसी ठेका कंपनी में काम देने के आश्वासन के बाद जाम समाप्त किया गया।
त्रिपक्षीय वार्ता आज
भारी वाहनों के नो-एंट्री के लगाने की मांग को लेकर पुलिस, एसईसीएल प्रबंधन व स्थानीय लोगों के बीच गुरुवार को त्रिपक्षीय वार्ता होगी। इसके बाद निष्कर्ष निकल सकेगा कि नो-एंट्री लगेगी या नहीं। इधर, चक्काजाम की वजह से सड़क के दोनों ओर भारी वाहनों की लंबी कतार लगी रही।