कोरबाPublished: Nov 22, 2022 12:12:12 pm
CG Desk
कार्यपालन अभियंता रहे एम.के. मिश्रा ने अपने कार्यकाल के दौरान कोरबा के चंद बड़े ठेकेदार एस के इंटरप्राइजेस, ज्योति इलेक्ट्रॉनिक्स और अग्रसेन ट्रेडर्स को कोटेशन के आधार पर लाखों का काम दिया गया था। हर टेंडर में इन तीनों ठेकेदार द्वारा ही हिस्सा लिया गया था। यहां तक की ठेकेदारों से जमा होने वाली अमानत राशि को भी ईई ने विभाग में जमा नहीं कराया था।
छत्तीसगढ़ के कोरबा में वित्तीय गड़बड़ी का मामला सामने आया है। कार्यपालन अभियंता रहे एम.के. मिश्रा ने अपने कार्यकाल के दौरान कोरबा के चंद बड़े ठेकेदार एस के इंटरप्राइजेस, ज्योति इलेक्ट्रॉनिक्स और अग्रसेन ट्रेडर्स को कोटेशन के आधार पर लाखों का काम दिया गया था। हर टेंडर में इन तीनों ठेकेदार द्वारा ही हिस्सा लिया गया था। यहां तक की ठेकेदारों से जमा होने वाली अमानत राशि को भी ईई ने विभाग में जमा नहीं कराया था।