scriptस्कूल-कॉलेज, मॉल व चौपाटी 16 अगस्त तक बंद, छह दिन खुलने के बाद सेलून व पार्लर पर फिर लगा प्रतिबंध | School-college, mall and Chowpatty closed till 16 August | Patrika News
कोरबा

स्कूल-कॉलेज, मॉल व चौपाटी 16 अगस्त तक बंद, छह दिन खुलने के बाद सेलून व पार्लर पर फिर लगा प्रतिबंध

Lockdown: व्यापारी जगत, शैक्षणिक संस्थानों में निराशा व्याप्त, अनुमति प्राप्त दुकानें सुबह 9 बजे से शाम पांच बजे तक खुली रहेंगी।

कोरबाMay 20, 2020 / 09:40 am

Vasudev Yadav

स्कूल-कॉलेज, मॉल व चौपाटी 16 अगस्त तक बंद, छह दिन खुलने के बाद सेलून व पार्लर पर फिर लगा प्रतिबंध

स्कूल-कॉलेज, मॉल व चौपाटी 16 अगस्त तक बंद, छह दिन खुलने के बाद सेलून व पार्लर पर फिर लगा प्रतिबंध

कोरबा. आगामी तीन माह तक शहर सहित पूरे जिले भर में स्कूल-कॉलेज, मॉल व चौपाटी बंद रहेेंगे। छह दिन खुलने के बाद सेलून और पार्लर भी आगामी आदेश तक प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस आदेश के जारी होते ही व्यापारी जगत, शैक्षणिक संस्थाओं में निराशा व्याप्त हो गई। सबका एक ही सवाल कैसे और कब तक व्यवस्था सुधरेगी। अब तक के करीब दो महीने और अब आगामी तीन महीने सब कुछ बंद रहा तो जिंदगी पटरी पर कैसे लौटेगी। वहीं अब अनुमति प्राप्त दुकानें सुबह 9 बजे से शाम पांच बजे तक खुली रहेंगी। जिले में धारा 144 को भी 16 अगस्त तक या आगामी आदेश तक बढ़ाया गया है। शनिवार व रविवार को पूर्ण लॉकडाउन का आदेश यथावत जारी रहेगा।

तीन महीने और बंद रहने से कैसे भविष्य और जेब पर पड़ेगा भारी ऐसे समझिए

01. स्कूल व कॉलेज बंद रहने से कोर्स पिछड़ेगा, एडमिशन भी लेट से
समस्या: स्कूल व कॉलेज तीन महीने तक बंद रहे तो प्रायमरी से लेकर उच्च शिक्षा तक का कोर्स पिछड़ेगा। यहां तक की एडमिशन भी लेट से होगा। अगस्त तक स्कूलों में तीन महीने का कोर्स पूरा हो जाता है। ऐसे में साफ है कि तीन महीने की पढ़ाई प्रभावित होगी। अधिकारियों के मुताबिक त्रैमासिक के बजाए सीधे अद्र्धवार्षिक परीक्षा ही आयोजित होगी।

जेब पर कैसे पड़ेगा भारी: जिले में तीन सौ से अधिक निजी स्कूल संचालित है। स्कूल बंद रहेंगे तो फीस ले नहीं सकेंगे, लेकिन सरकार के आदेश के तहत शिक्षकों को वेतन देना जरुरी है। स्कूल के अन्य खर्चे भी जारी रहेंगे। ऐसे में निजी स्कूल सबसे अधिक घाटे के दौर से गुजरेंगे। यही हाल प्राइवेट कॉलेजों का है।

02 मॉल व चौपाटी बंद, मंहगा किराया कैसे देंगे, समान हो जाएंगे खराब
समस्या: शहर में दो मॉल संचालित हैं। शहर के व्यापारियों को इस लॉकडाउन की अवधि में किराया देना पड़ रहा है। अब तक व्यापारियों को उम्मीद थी कि सब कुछ खुल रहा है, मॉल भी खुल जाएंगे, लेकिन अब तीन महीने के बंद का आदेश सुनकर उनके पैरों तले जमीन खिसक गई है। चौपाटी बंद होने से सैकड़ों परिवारों को अपना व्यवसाय बदलना पड़ रहा है।

जेब पर कैसे पड़ेगा भारी: बड़े स्टोर मेंं मंहगे सामान बंद पड़े हैं। अधिक दिन तक ऐसे ही रहे तो कपड़े समेत अन्य सामान खराब होने लगेंगे। उनकी मांग है कि प्रशासन एक से दो दिन सामान ले जाने की अनुमति दे ताकि इस घाटे से कम से कम वे उबर सकें। साथ ही किराया वसूली पर रोक लगाने को लेकर भी पहल करनी होगी।

03. रफ्तार पकडऩे से पहले ही सेलून और स्पा हुए बंद
समस्या: लगभग 50 दिन तक बंद रहने के बाद पिछले सप्ताह से सेलून और स्पा सेंटर शुरु हुए थे। काफी नियमों का पालन करने के बाद संचालन शुरु हुआ ही था कि देर रात जारी आदेश के बाद उन्हें दुकान बंद करना पड़ गया। आगामी आदेश तक सभी बंद रहेंगे। सैकड़ों परिवार इस वजह से आर्थिक तंगी झेल रहे हैं।
जेब पर कैसे पड़ेगा भारी: शहर में बड़े स्पा व पार्लर 20 से ज्यादा हैं जबकि सौ से अधिक सेलून हैं। कोरोना की वजह से लोग बाल कटिंग के लिए बार्बर को घर नहीं बुलवाना चाहते। इधर दुकान खुले थे तो बार्बरों को उम्मीद थी कि धीरे-धीरे आर्थिक स्थिति ठीक हो जाएगी, लेकिन अब फिर से सब कुछ बंद हो गया। कब खुलेगा जानकारी नहीं है। परिवार चलाने का संकट गहरा गया है।

04 ट्रांसपोर्टिंग बंद, तीन सौ से अधिक बसें धूल खा रही
समस्या: शहर में सिटी बसें, ऑटो समेत यात्री बसें मार्च से धूल खा रही है। आगामी आदेश तक सार्वजनिक परिवहन चाहे वह इंटर स्टेट हो या फिर राज्य के भीतर सभी बंद रहेंगे। परिवहन की सुविधा पूरी तरह बंद है। ट्रेनें पहले से बंद हैं, जो लोग फंसे हैं उनके लिए परेशानी बनी हुई है।
जेब पर कैसे पड़ेगा भारी: हजारों लोग इससे जुड़े हुए हैं। घर कैसे चलेगा, इन सबको चिंता सता रही है। ऑटो चालक पहले से ही संचालन शुरु करने की मांग कर चुका है। सबको अपने आर्थिक स्थिति की चिंता सता रही है। अगर एक माह और बंद रहा तो और भी स्थिति खराब होगी।

इसका साइड इफेक्ट इन सब पर पड़ेगा
– निजी स्कूलों में तीन सौ से ज्यादा बस व दूसरे वाहन संचालित हैं, इनमें सैकड़ों कर्मी लगे हुए हैं। इनका वेतन मिल पाना मुश्किल है।
– अब जब निजी स्कूलों को पता चल चुका है कि तीन महीने तक स्कूल बंद रहेंगे तो वे अपने खर्चे कम करने के लिए छंटनी भी कर सकते हैं।
– स्कूल व कॉलेजों में जून से अगस्त तक ही आर्थिक स्थिति बेहतर होने की उम्मीद रहती है ऐसे में आर्थिक स्थिति खराब होगी।
– अगस्त के बाद जब प्रतिबंध हटेगा तो वर्तमान की स्थिति में मॉल में ब्रांडेड कंपनियों के दुकानें बंद मिलेगी।
– चौपाटी मेंं सौ से अधिक लोग कारोबार करते हैं, शहरवासियों की पहली पसंद है, लेकिन बाद में व्यवसाय बदलकर लोग फिर से इस व्यवसाय में कम लौटेंगे।

आगामी तीन महीने क्या खुलेगा क्या बंद रहेगा एक नजर में
– अब तक दुकानें सुबह नौ से दो बजे तक खुल रही थी जो अब शाम पांच बजे तक खुलेंगी।
– मेडिकल संस्थाए, अस्पताल, लैब और पेट्रोल पंप पर बंधन नहीं होगा।
– कटघोरा के कंटेनमेंट और बफर जोन में प्रतिबंध लागू रहेगा।

Home / Korba / स्कूल-कॉलेज, मॉल व चौपाटी 16 अगस्त तक बंद, छह दिन खुलने के बाद सेलून व पार्लर पर फिर लगा प्रतिबंध

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो