अधपकी धान होने का हवाला देकर कोरकोमा के सोसाइटी ने एक ट्रैक्टर धान को लौटा दिया। कोरकोमा और इसके आसपास के किसान अपनी धान सोसाइटियों में नहीं बेच पा रहे हैं। इसका असर खरीदी पर पड़ा है। अभी तक 15 किसानों ने ही सोसाइटी में धान बेचा है। अभी तक लगभग 627 क्विंटल धान की खरीदी इस केंद्र में हुई है। कोरकोमा सहित आसपास के कई गांव हाथी प्रभावित हैं।
पुलिस ने फिर पकड़ा तीन ट्रक धान, जब्त धान को मंडी से क्लीन चिट, अब एफसीआई के गोदाम में होगी जांच नवंबर में किसान धान पकने का इंतजार कर रहे थे। इस बीच हाथियों का दल आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंच गया। फसल को को नुकसान पहुंचाने लगा। इसके भय से कोरकोमा, कुदमुरा, चचिया, रजगामार, भुलसीडीह सहित अन्य गांव के किसान अधपकी फसलों की कटाई कर खलियान तक ले आए।
मिसाई के बाद पंजीकृत किसान धान बेचने के लिए सोसाइटी पहुंच रहे हैं। सोसाइटी संचालक द्वारा धान की नमी जांचने के बाद वापस लौटा रहे हैं। शुक्रवार को कोरकोमा के किसान मंगल साय एक ट्रैक्टर धान लेकर केन्द्र पहुंचा था। धान में नमी अधिक होना बताकर उसे वापस लौटा दिया गया। किसान मंगल सिंह मायूस होकर घर लौट गया। इससे क्षेत्र के उन किसानों की परेशानी बढ़ गई है जिन्होंने हाथी उत्पात के भय से धान के पूरी तरह पकने से पहले ही कटाई कर ली थी। किसान फसल बेचने को लेकर चिंतित हैं।
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किसानों का कहना है कि इधर मौसम भी बदल रहा है। ठंड के साथ बदली और बूंदाबांदी भी हो रही है। इससे धान की नमी दूर करने के लिए कोई दूसरा उपाय नहीं दिख रहा है। ट्रैक्टर से सोसाइटी तक धान लेकर आने काफी रूपए खर्च हो रहे हैं। मकान में जगह नहीं है कि इतनी धान घर में रख सके। यदि बारिश होती है तो खलियान में रखे अच्छे धान भी नमी आ जाएगी।
नोडल अधिकारी ने किया निरीक्षण
कोरकोमा में आदिवासी सेवा सहकारी समिति मयार्दित केंद्र संचालित है। शुक्रवार को नोडल अधिकारी विजेंद्र पाटले केंद्र का औचक निरीक्षण करने पहुंचे। सोसायटी के अध्यक्ष से तैयारी का जायजा लिया। इस दौरान धान तौल, नमी मापक यंत्र से धान का परीक्षण, रजिस्टर व दस्तावेज की जांच की गई। रजिस्टर में व्हाइटनर से मिटाए गए स्थान को देखकर अधिकारी ने अध्यक्ष को फटकार लगाई। इसके संबंध में पूछताछ किया। साथ ही टोकन लेकर आधे धान को बेचने की रजिस्टर मेंटनेंस के बारे में पूछा गया। अध्यक्ष ने रजिस्टर नहीं बनाया हुआ था। इस पर एक अन्य कर्मचारी ने बताया कि किसान से शेष धान की सॉफ्टवेयर में अपडेट होने की जानकारी दी।
नमी का ये है निर्धारित मापदंड
प्रत्येक केंद्र में धान की नमी जांच के लिए डिजिटल मशीन उपलब्ध कराई गई है। यहां समिति के द्वारा धान की जांच की जाती है। इसका अधिकतम रिडिंग 17 प्वांइट निर्धारित है। इससे अधिक होने पर धान की खरीदी नहीं की जाएगी।
इन किसानों का यह है कहना
-खेत में धान की कटाई कर सूखने के छोड़ दिया था। कुछ दिन पहले क्षेत्र में हाथियों की सूचना मिली। धान को उठाकर वापस ले आया। अभी धान सूखने के कगार पर है। इसलिए टोकन लेने केंद्र आया हुआ हूं।
मेला राम केशरवानी, किसान, कोरकोमा
– टोकन पहले ले लिया था। आज कुछ धान को बेचने के लिए आया हूूं। शेष धान सूखने के बाद लाऊंगा। नोडल अधिकारी ने यहां की व्यवस्था के बारे में पूछताछ की। इस दौरान उन्हें समस्या से अवगत कराया गया।
गजेंद्र यादव, किसान, चचिया
-किसान मंगल साय एक ट्रैक्टर धान लेकर केंद्र पहुंचा हुआ था। धान में नमी अधिक थी। इसलिए उसे वापस किया गया है। नमी कम होने के बाद धान लिया जाएगा।
प्यारे लाल साहू, आदिवासी सेवा सहकारी समिति मर्यादित, कोरकोमा