प्रेस वार्ता के दौरान अक्सर बंधुओं का कहना था कि सूफी गायन में पहले ऐसे ऐसे शब्दों का उपयोग किया जाता था, जो बहुत अच्छे तो हैं लेकिन कई लोगों को यह सब समझ में नहीं आता। इसकी वजह से मौजूदा दौर में जो सूफी गायन हो रहा है उसमें सरल शब्दों का ज्यादा उपयोग होता है। इससे लोग आसानी से शब्दों को समझते हैं।
समारोह में बुलाने पर जताया आभार
चक्रधर समारोह को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उनका कहना था कि यह मंच काफी बड़ा है। 10 दिवसीय समारोह में शास्त्रीय संगीत के कई विधाओं को स्थान दिया जाता है। इस तरह के आयोजन इस जिले और प्रांत के अलावा अन्य स्थानों में भी ऐसा आयोजन किया जाना चाहिए ताकि अधिक से अधिक लोगों तक शास्त्रीय संगीत पहुंच सके। वही चक्रधर समारोह में उन्हें आमंत्रित करने के लिए उन्होंने आयोजन समिति का आभार जताया।