शहर में संजय नगर, सर्वमंगला चौक, इमलीछापर, इमलीडुग्गू शारदा विहार, टीपी नगर, सीएसईबी चौक, पावर हाउस रोड पर फाटक हैं। सबसे अधिक यातायात का दबाव इन्हीं फाटकों पर रहता है। इस वजह से फाटक बंद होते ही फाटक के दोनों ओर चार पहिया, दो पहिया, बस व भारी वाहनों की लंबी कतार लग जाती है।
इससे वाहन चालकों को फाटक खुलने का इंतजार करना पड़ता है। इससे एक ओर जहां लोग परेशान हो रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर सड़क मार्ग से कोयला लदान भी प्रभावित हो रहा है। अधिकारी जानकारी देने से बच रहे हैं।
मजबूरी कहें या लापरवाही, वाहन चालक बार-बार फाटक के काफी देर तक जाम में फंसने के बजाए बंद फाटक के नीचे से बाइक पार कर रहे हैं। इससे अनहोनी की आशंका भी बनी रहती है। कई बार लोग हादसे का शिकार भी हो चुके हैं।
फाटक पर खड़ी कर दी जाती है मालगाड़ी
शहर के सबसे व्यस्ततम मार्ग पर टीपी नगर और शारदा विहार रेल फाटक स्थित है। लेकिन सबसे अधिक मालगाड़ी इन्हीं फाटकों पर रूकती है। कई बार ऐसी स्थिति निर्मित होती है जब इन दोनों फाटकों पर कोयला लोड या खाली गाडिय़ां घंटों खड़ी रहती है। इससे लोगों को सीएसईबी चौक होकर आगे की सफर करनी पड़ती है।
42 से 45 रैक कोयला लदान
कोरबा के गेवरा, दीपका, कुसमुंडा व जुनाडीह साइडिंग से रोजाना २४ घंटे के भीतर औसतन ४२ से ४५ रैक कोयला लेकर मालगाडिय़ां रवाना हो रही हैं। इतना ही खाली रैक स्टेशन से गेवरारोड की तरफ रवाना की जाती है। इससे फाटक थोड़ी-थोड़ी अंतराल पर लगातार बंद होती है। इससे ओवरब्रिज और संजय नगर पर परेशानी होती है।
कोयलांचल से छीन ली यात्री सुविधाएं
रेलवे प्रबंधन ने कोयला लदान पर जोर देने के लिए गेवरारोड स्टेशन से रवाना होने वाली कई यात्री टे्रनों को बंद कर दिया है। पहले यात्री टे्रन बंद करनी की जानकारी दी जा रही थी, अब बिना जानकारी दिए ही यात्री टे्रनों के रद्द होने की अवधि को बढ़ाया जा रहा है। इस कारण गेवरा, दीपका, कुसमुंडा, बांकीमोंगरा, हरदीबाजार सहित अन्य कोयलांचल क्षेत्र के लोगों को सफर करने के लिए कोरबा तक की लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है।