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कोरबा

नहीं खुला वेबसाइट, किसान भी टोकन लेने नहीं पहुंचे धान खरीदी केंद्र

जिले में 44 सोसायटी केंद्रों में एक दिसंबर से समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी शुरू हो रही है। इसके पहले शुक्रवार से किसानों को ऑनलाइन टोकन जारी करने प्रक्रिया अपनाई जा रही है, लेकिन पहले ही दिन विभाग की वेबसाईट नहीं खुली। किसानों को टोकन जारी नहीं हो सका।

कोरबाNov 27, 2020 / 09:42 pm

Karunakant Chaubey

नहीं खुला वेबसाइट, किसान भी टोकन लेने नहीं पहुंचे धान खरीदी केंद्र

नहीं खुला वेबसाइट, किसान भी टोकन लेने नहीं पहुंचे धान खरीदी केंद्र

कोरबा. जिले में एक दिसंबर से धान की खरीदी शुरू होनी है, इससे पहले किसानों को सहकारी समितियों के द्वारा शुक्रवार से टोकन जारी किया जाना था, लेकिन वेबसाइट नहीं खुलने की वजह से टोकन जानी नहीं हो सका। मौसम खराब होने से किसान टोकन लेने खरीदी केंद्र तक नहीं पहुंचे।

जिले में 44 सोसायटी केंद्रों में एक दिसंबर से समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी शुरू हो रही है। इसके पहले शुक्रवार से किसानों को ऑनलाइन टोकन जारी करने प्रक्रिया अपनाई जा रही है, लेकिन पहले ही दिन विभाग की वेबसाईट नहीं खुली। किसानों को टोकन जारी नहीं हो सका। इस बार किसानों को धान बेचने के लिए पूरे सीजन तीन बार टोकन जारी किया जाएगा। एक टोकन की वैधता सात दिन होगी।

किसान एक ओर जहां मौसम की बेरूखी से पहले ही परेशान है। केंद्र में टोकन जारी होने की सूचना मिलने पर कई किसान गांव से टोकन लेने के लिए खरीदी केंद्र पहुंचने की तैयारी में लगे हुए हैं। अधिकारी ने बताया कि वेबसाइट में कुछ खामी है। यह दूर होने के बाद जल्द ही टोकन जारी करने की बात कही गई है।

दरअसल किसानों को केंद्र में धान बेचने के लिए सोसायटियों द्वारा टोकन जारी की जाएगी, इसी टोकन के आधार पर टोकन नंबर के अनुसार धान तिथि बताई जाएगी। किसान उस तारीख को केंद्र में आकर धान बेच सकता है। इससे केंद्र में भीड़ नहीं होगी। किसानों को धान में बेचने में सुविधा होगी।

सीजन में तीन बार ले सकेंगे टोकन

सोसायटियों में किसान से टोकन नंबर के अनुसार धान खरीदी की व्यवस्था की गई है, हालांकि यह व्यवस्था पहले से ही चली आ रही है, लेकिन कोरोना काल के बीच इस व्यवस्था के साथ कोरोना गाइडलाइन का पालन करना अनिवार्य होगा। किसानों की सुविधा के लिए इस बार सीजन में तीन बार टोकन जारी किये जाएंगे, ताकि धान बेचने में उन्हें कोई परेशानी ना हो।

मौसम परिवर्तन से किसानों की बढ़ी चिंता

धान फसलों की कटाई व मिसाई के बाद किसान इसे शासन को जल्द से जल्द बेचने की कोशिश में लगा हुआ है। किसान चाह रहे हैं कि उन्हें जल्द से जल्द टोकन मिल जाए और अपना धान शीघ्रता से बेच सके। मौसम में हो रहे परिवर्तन से किसानों की चिंता बढ़ गई है। दो दिनों से हुई बारिश और वातावरण में नमी से धान खराब होने का खतरा बना हुआ है।

किसान खेतों से धान की कटाई कर खलिहान तक पहुंचाने में लगे हुए हैं। किसानों के सामने धान को बारिश से बचाने व शीघ्रता से खरीदी केंद्रों तक पहुंचाने की चुनौती बनी हुई है। इसे देखते हुए किसान अपने धान व मक्के की फसल को बेचने की व्यवस्था में लगे हैं।

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