पूछताछ में महिला ने ठगी करना स्वीकार किया है। तरुणी के खिलाफ एसईसीएल की महिला कर्मचारी रेहाना परवीन ने तीन लाख रुपए की ठगी की रिपोर्ट केस दर्ज कराई थी। इसमें बताया गया था कि उसके पड़ोस में रहने वाली सुमन सारथी की लड़की तरूणी सारथी से अच्छी जान पहचान थी। तरुणी कभी कभी रेहाना के घर भी आना-जाना करती थी।
तरुणी ने रेहाना को बताया था कि बिलासपुर में रेलवे के कुछ अधिकारियों से उसकी अच्छी पहचान है। रेहाना के पुत्र और पुत्री ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। दोनों बेरोजगार हैं। उसने तरुणी से दोनों बच्चों के रोजगार को लेकर बातचीत किया। तरुणी ने रेलवे में नौकरी लगाने का झांसा दिया। रेहाना झांसे में फंस गई।
उसने तरुणी के बैंक खाते में किस्तों में दो लाख रुपए ट्रांसफर कर दिया। रेहाना के दामाद को भी आरोपियों ने एक लाख रुपए का चूना लगाया। उसे भी नौकरी लगाने का झांसा दिया। कई माह गुजर गए तीनों की नौकरी नहीं लगी। रेहाना को ठगी का पता चला। उसने तरुणी से रुपए लौटाने के लिए कहा। पहले तो तरुणी ने आजकल में काम होने की बात कही। बाद में रुपए लौटाने से मना कर दिया। उल्टे रेहाना को झूठे मामले में फंसाने की धमकी देने लगी। इससे परेशान होकर रेहाना ने घटना की शिकायत कुसमुंडा थाना में दर्ज कराई। पुलिस केस दर्ज कर जांच कर रही थी।