सहकारी बैंक के चिरमिरी शाखा में ग्राम पंचायत सोंस निवासी किसान जगर साय गुरुवार सुबह पहुंचा। इस दौरान उसे साथ बीमार बेटा ज्योति प्रकाश था। उसके शरीर में मेडिकल उपकरण लगा था। करीब 4 साल पहले बिलासपुर डोम निर्माण करते समय दुर्घटना का शिकार हुआ था। इससे उसका दाहिना पैर, कमर और दाहिने हाथ की हड्डी टूट चुकी है।
वहीं युवक का यूरिनल थैली फट गया है। उसका सीएमसी अस्पताल वैल्लूर में उपचार चल रहा है। किसान को अपने बेटे का इलाज कराने बड़ी रकम की जरूरत है। गुरुवार को वह अपने बेटे को लेकर सहकारी बैंक पहुंचा था, लेकिन बैंक प्रबंधन ने हेडक्वार्टर की गाइडलाइन का हवाला देकर सिर्फ 20 हजार रुपए भुगतान किया है।
इसमें भी करीब आधा रकम सिक्का दिया गया। गौरतलब है कि खरीफ विपणन वर्ष २०१८-१९ में खडग़वां विकासखण की पांच समिति में किसानों ने 222,861.6 क्विंटल धान बेचा है। जिसकी कुल राशि 53,38.34 करोड़ रुपए किसानों के बैंक खाते में जमा कर दिया गया है।
लेकिन जिला सहकारी बैंक प्रबंधन द्वारा एक किसान को सप्ताह में सिर्फ एक दिन सिर्फ 20 हजार रुपए भुगतान करने का नियम बना रखा है। बैंक में पैसा और नोट की कमी के कारण किसानों को 5-5 रुपए के सिक्कों का भुगतान किया जा रहा है।
बेटे को है कैंसर
मेरे बेटे को कैंसर की बीमारी है। इसका इलाज कराने पैसों की जरूरत है। इसके बावजूद बैंक सिर्फ २० हजार रुपए देने की बात कह रहा है। आधे रकम सिक्कों में भुगतान किया गया। बुधवार को बैंक में पैसा खत्म होने के कारण लौटा था, आज दोबारा आया हूं।
रनमत सिंह, ग्राम चिरमी
20 हजार के सिक्के दिए गए
मेरी नातिन की शादी होने वाली है। इसके लिए सरपंच से आवेदन लिखवाकर लाई थी लेकिन अभी तक पूरा पैसा भुगतान नहीं किया गया है। सिर्फ 20 हजार रुपए मिले हैं, वह भी पूरा सिक्का है।
गीता बाई, ग्राम बरदर
मेरी नातिन की शादी होने वाली है। इसके लिए सरपंच से आवेदन लिखवाकर लाई थी लेकिन अभी तक पूरा पैसा भुगतान नहीं किया गया है। सिर्फ 20 हजार रुपए मिले हैं, वह भी पूरा सिक्का है।
गीता बाई, ग्राम बरदर
रुपयों की कमी के कारण किसानों को रही परेशानी
पैसों की कमी के कारण किसानों को परेशानियों का समाना करना पड़ रहा है। इसकी कई बार लिखित शिकायत भी की गई है। शाखा को प्रतिदिन लगभग एक करोड़ रुपए चाहिए, तब लगभग 15 दिन में इस समस्या से निजात मिलेगी। उच्च प्रबंधन द्वारा मात्र 20 लाख 15 लाख प्रतिदिन दिया जा रहा है। जिससे किसानों को उनकी मांग अनुसार राशि का भुगतान नहीं कर पा रहे हैं।
सोनसाय खडि़कर, शाखा प्रबंधक केंद्रीय सहकारी बैंक चिरमिरी