ग्रामीण थाना होने से पुलिस स्टाफ (CG Police) को गांव में किराए से ढंग का घर मिलना मुश्किल है। हालांकि चौकी से थाना में अपग्रेड होने के बाद पुलिस थाना व 8 स्टाफ क्वार्टर बनाए गए हैं। इसमें दो क्वार्टर जर्जर हो चुके हैं।
कोटाडोल थाना क्षेत्र मध्यप्रदेश की सीमा तक फैली है। अंतरराज्यीय बॉर्डर होने और 66 गांव की सुरक्षा में पुलिस निरीक्षक सहित करीब 15 जवान तैनात हैं। चौकी से अपग्रेड कर थाना बनने के बाद पुलिस हाउसिंग बोर्ड के माध्यम से दो मंजिला थाना भवन, निरीक्षक निवासी सहित 9 स्टाफ क्वार्टर बनाए गए हैं।
इसमें दो क्वार्टर जर्जर हैं। वर्तमान में निरीक्षक सहित 7 जवान को स्टाफ क्वार्टर आवंटित है और बाकी स्टाफ गांव में कच्चे मकान किराए से लेकर निवासरत हैं। (CG Police) वहीं दूसरी ओर स्टाफ क्वार्टर नहीं मिलने के कारण उप निरीक्षक व दो जवान थाना बिल्डिंग के स्टोर रूम, विश्राम कक्ष व गार्डरूम में रहने को विवश हैं। पुलिस अफसर व जवान अपने परिवार के साथ एक-एक कमरे में जैसे-तैसे गुजर-बसर कर रहे हैं।
थाना के पास पुराना बैरक बदहाल
कोटाडोल थाना के पास कई साल पहले निर्मित बैरक जर्जर है। मरम्मत नहीं होने के कारण उपयोग करने लायक नहीं बचा है। पुलिस कर्मियों ने कुछ दिन पहले स्पंदन योजना के तहत कोटाडोल थाना परिसर में बैठक हुई थी। उस समय पुलिस अफसर व जवानों ने अपनी समस्या भी बताई थी।
कोटाडोल थाना के पास कई साल पहले निर्मित बैरक जर्जर है। मरम्मत नहीं होने के कारण उपयोग करने लायक नहीं बचा है। पुलिस कर्मियों ने कुछ दिन पहले स्पंदन योजना के तहत कोटाडोल थाना परिसर में बैठक हुई थी। उस समय पुलिस अफसर व जवानों ने अपनी समस्या भी बताई थी।
मामले में पुलिस आवास की कमी को लेकर पुलिस मुख्यालय रायपुर को जर्जर भवनों की जानकारी देकर नए क्वार्टर बनाने प्रस्ताव भेजा गया है।
कमियों को दूर करने प्रयासरत
कोटाडोल में स्टाफ क्वार्टर बने हैं। इसके अलावा नए स्टाफ क्वार्टर बनाने प्रस्ताव भेजा गया है। कमियों को दूर करने प्रयासरत हैं।
डॉ. पंकज शुक्ला, एएसपी कोरिया
कमियों को दूर करने प्रयासरत
कोटाडोल में स्टाफ क्वार्टर बने हैं। इसके अलावा नए स्टाफ क्वार्टर बनाने प्रस्ताव भेजा गया है। कमियों को दूर करने प्रयासरत हैं।
डॉ. पंकज शुक्ला, एएसपी कोरिया